प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत से जुड़े डॉक्टरों, नर्सों और अन्य सभी लोगों के प्रयासों की सराहना की
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आयुष्मान भारत का सबसे बड़ा लाभ पोर्टेबिलिटी और किफायती एवं बेहतरीन चिकित्सा सेवा है’
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि ‘आयुष्मान भारत’ के तहत लाभार्थियों की संख्या एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है।
प्रधानमंत्री ने अनेक ट्वीट्स में कहा है कि हर भारतीय इस पर गौरवान्वित महसूस करेगा कि यह संख्या 1 करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है।
उन्होंने कहा, ‘दो साल से भी कम समय में इस पहल का अनगिनत लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मैं सभी लाभार्थियों और उनके परिवारों को बधाई देता हूं। मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए मंगल-कामना भी करता हूं।’
हाईवे पर 6 किसान की हुई दर्दनाक मौत
इटावा, राहुल तिवारी। उत्तर प्रदेश के इटावा में उस समय नेशनल हाईवे-2 पर हड़कंप मच गया जब सब्जियों से भरी पिकअप में तेज रफ्तार से आ रहा ट्रक घुस गया। इस हादसे में मौके पर ही 6 किसानों की दर्दनाक मौत हो गई जबकि एक किसान गंभीर रूप से घायल हुआ है जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
इटावा जनपद के फ्रेंड्स कॉलोनी थाना क्षेत्र के अंतर्गत नेशनल हाईवे-2 पर बकेवर क्षेत्र में रहने वाले 7 किसान पिकअप वाहन के जरिए इटावा नवीन मंडी में सब्जियों को बेचने जा रहे थे तभी आगरा की ओर से आ रहा ट्रक अनियंत्रित होकर पिकअप में जा घुसा जिसके बाद पिकअप में सवार छह लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। जबकि एक किसान गंभीर रूप से घायल हो गया जिसका सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में उपचार किया जा रहा है। वहीं सूचना मिलने के बाद पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे जहां पर घटनास्थल का मुआयना किया गया। वही बताया जा रहा है कि सभी किसान जनपद इटावा के बकेवर के रहने वाले थे।
प्रवासी मजदूरों की सहायता में जुटा इब्ने डेयरी, दूध वितरण किया
प्रयागराज, रवि कुमार राठौर। कोरोना संक्रमण के बीच लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों से पैदल चल रहे प्रवासी मजदूरों को बमरौली एयरफोर्स के सामने जीटी रोड पर अपनी डेयरी के लिए जा रहे दूध को भूखे प्यासे मजदूरों को इब्ने अहमद ने अपना सारा दूध बांट दिया। जिसकी स्थानीय लोगों ने प्रशंसा की।
सोमवार को मरियाडीह के रहने वाले सपा नेता मो0 उमैश की प्रेरणा से पैदल ही अपने घरों के लिए जा रहे लगभग 200 प्रवासी मजदूरों को इब्ने अहमद ने दूध, बिस्किट, पीने का पानी उपलब्ध कराया गया।
बमरौली निवासी मो0 मोनिस ने बताया कि श्रमिकों का पैदल चलना देखा नहीं जा रहा है उन्हें देखकर मन विचलित हो जाता जबसे लाॅकडाडन चल रहा तबसे बराबर जो भी मद्द हो सकती हमारा पूरा परिवार मजदूरों, गरीब असहाय लोगों की सेवा करने में लगे है। जरुरतमंद प्रवासी श्रमिकों की आर्थिक मदद भी कर रहे है।
जिलाधिकारी ने अस्थायी आश्रय स्थल व ब्वायज हाईस्कूल में बने आश्रय स्थल का किया निरीक्षण
श्रमिकों व उनके परिवार का हाल-चाल लेते हुए दी जा रही सुविधाओं के बारे में जिलाधिकारी ने ली जानकारी
जिलाधिकारी ने श्रमिकों के लिए बनाये गये खाने को स्वंय खाकर देखा
प्रयागराज, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी प्रयागराज भानु चन्द्र गोस्वामी ने नैनी स्थित राज्य यूनिवर्सिटी में बनाये गये अस्थायी आश्रय स्थल व ब्वायज हाईस्कूल में बनाये गये आश्रय स्थल का निरीक्षण किया। राज्य यूनिवर्सिटी पहुंचकर अस्थायी आश्रय स्थल में श्रमिकों व उनके परिवार का हाल-चाल जानते हुए उनसे यहां पर उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। जिलाधिकारी ने वहां पर आज बनाये गये खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की जानकारी ली एवं खुद भी श्रमिकों के लिए बनाये गये बाटी-चोखा को चखकर उसकी गुणवत्ता को परखा। इस दौरान एसडीएम करछना व सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि किसी भी अवस्था में कोई भी श्रमिक पैदल या ट्रक आदि से जाता हुआ न दिखायी दे, यह हमारी जिम्मेदारी है कि उनको उचित माध्यम से उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाये।
फंसे हुए श्रमिकों की ट्रेनों से आवाजाही के बारे में मानक परिचालन प्रोटोकॉल
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। लॉकडाउन उपायों पर संशोधित संयुक्त दिशा-निर्देशों को जारी रखते हुए गृह मंत्रालय (एमएचए) ने दिनांक 17.05.2020 को फंसे हुए श्रमिकों की ट्रेनों से आवाजाही के बारे में संशोधित मानक परिचालन प्रोटोकॉल (एसओपी) जारी किया है।
एसओपी फंसे हुए श्रमिकों की ट्रेनों से आवाजाही की निम्नलिखित तरीके से अनुमति देता है:
रेल मंत्रालय (एमओआर) एमएचए के साथ परामर्श के बाद श्रमिक स्पेशलन ट्रेनों के आवागमन की अनुमति देगा।
सभी राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों को नोडल अधिकारी नामित करने चाहिए और फंसे हुए व्यक्तियों की अगवानी करने और उन्हें भेजने के लिए आवश्यक व्यवस्था करनी चाहिए।
राज्यों/ संघ शासित प्रदेशों की आवश्यकताओं के आधार पर, ट्रेन की समय सारणी, जिसमें ट्रेन के ठहरने और उनका गंतव्य शामिल हैं, उसे एमओआर द्वारा अंतिम रूप दिया जाएगा। ऐसे फंसे हुए श्रमिकों को भेजने और उन्हें लेने की उपयुक्त व्यवस्था करने के लिए राज्य/संघ शासित प्रदेशों को एमओआर द्वारा सूचित किया जाएगा।
नोडल अधिकारी ने विभिन्न आश्रय स्थलों, कम्यूनिटी किचन का किया निरीक्षण
सम्बंधित अधिकारी सह्रदयता के साथ श्रमिकों/यात्रियों की हरसम्भव सहायता करें-नोडल अधिकारी
कोविड-19 के विरूद्ध प्रभावी 3‘एस’ (सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन, सुपर फूड क्वालिटी) का कड़ाई के साथ करें पालन-नोडल अधिकारी
प्रयागराज, जन सामना ब्यूरो। नोडल अधिकारी, प्रयागराज सैमुअल पाॅल एन ने आज प्रयागराज शहर तथा तहसील करछना के अन्तर्गत विभिन्न आश्रय स्थलों, कम्यूनिटी किचन का निरीक्षण किया। नोडल अधिकारी सबसे पहले बी0एच0एस0 स्थित ट्रांजिट सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे, वहां पर उन्होंने श्रमिकों/यात्रियों की सुविधाओं के साथ स्वास्थ्य परीक्षण सम्बंधी व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने वहां पर मौजूद अधिकारियों से श्रमिकों/यात्रियों के साथ मानवीय तरीके से व्यवहार करने व उनकी हरसम्भव मदद करने को कहा। उन्होंने कोविड-19 के विरूद्ध प्रभावी हथियार 3‘एस’ (सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन, सुपर फूड क्वालिटी) का निरीक्षण कर सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। नोडल अधिकारी इसके उपरांत नैनी स्थित ट्रांजिट कैम्प का निरीक्षण कर प्रवासी श्रमिकों को दिए जा रहे लंच पैकेट की गुणवत्ता की जानकारी ली।
कानपुर कचहरी परिसर में बने मिल्कबार में लगी आग
कानपुर नगर, अर्पण कश्यप। आज मंगलवार दोपहर लगभग दो बजे कानपुर कचहरी परीसर में बनी अमूल मिल्क बार में आग लग गई। बार एसोसिएशन कानपुर के महामंत्री कपिलदीप सचान ने बताया की कचहरी परिसर में रजिस्ट्री आफिस के बगल में स्थित अमूल मिल्क बार के ऊपर से गुजरी बिजली के तारो में शार्ट सर्किट से गिरी चिंगारी से मिल्कबार में आग लग गई थी। जिसे मौके पर मौजूद वकीलों ने बस्ते में मौजूद पीने का पानी डाल कर बुझाया। जिससे बड़ा हादसा टलने से बच गया महामंत्री ने बताया की साथ ही किसी भी तरह का कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ हैं।
Read More »अफवाहों से लोगों को दूर रखें, ट्रेन/बस प्रस्थान पर सही स्थिति से अवगत कराएं -गृह मंत्रालय
प्रवासी श्रमिकों की सुव्यवस्थित आवाजाही हेतु कई और ट्रेनें चलाने के लिए राज्यों एवं रेलवे के बीच सक्रिय समन्वय आवश्यक; जिला अधिकारियों को अपनी आवश्यकताओं से रेलवे को जरूर अवगत कराना चाहिए
अधिक बसें चलाएं, सभी राज्यों में और अंतर-राज्य सीमाओं पर प्रवासी श्रमिकों का सुचारू आवागमन सुनिश्चित करें
पैदल ही अपने घर जा रहे लोगों के लिए रास्ते में बुनियादी सुविधाओं के साथ विश्राम स्थलों की व्यवस्था तब तक करें जब तक कि वे बस/रेलवे स्टेशनों की ओर अग्रसर न हो जाएं
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने राज्यों को भेजे पत्र में यह बात रेखांकित की है कि मुख्यत: कोविड-19 के संक्रमण के भय और आजीविका छिनने की आशंका की वजह से ही विभिन्न स्थानों पर फंसे श्रमिक अपने-अपने घरों की ओर अग्रसर होने के लिए व्याकुल हैं। प्रवासी श्रमिकों की कठिनाइयों को कम करने के लिए इस पत्र में उन उपायों या कदमों पर विशेष जोर दिया गया है जिन्हें राज्य सरकारों को केंद्र के साथ सक्रियतापूर्वक समन्वय कर उठाना चाहिए। ये कदम निम्नलिखित हैं:
राज्यों एवं रेल मंत्रालय के बीच सक्रिय समन्वय सुनिश्चित कर कई और स्पेशल ट्रेनें चलाएं; प्रवासियों की आवाजाही के लिए अधिक बसें चलाएं; प्रवासियों को ले जाने वाली बसों को अंतर-राज्य सीमा पर प्रवेश की अनुमति दें;
एनसीएमसी ने सुपर चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ से निपटने की तैयारियों का फिर से जायजा लिया
20 मई, 2020 को पश्चिम बंगाल के तट से टकराएगा ‘अम्फान’
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की तीसरी बैठक की अध्यक्षता की जिसमें सुपर चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ से निपटने के लिए राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों/एजेंसियों द्वारा की गई तैयारियों का जायजा लिया गया।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि इस ‘सुपर चक्रवाती तूफान’ के 20 मई, 2020 की दोपहर/शाम में पश्चिम बंगाल के तट से टकराने की प्रबल संभावना है। इस दौरान हवाओं की रफ्तार पहले 155-165 किलोमीटर प्रति घंटे तक होने एवं इसके बाद और भी अधिक तेज होकर 185 किलोमीटर प्रति घंटे के उच्च स्तर को भी छू जाने की प्रबल संभावना है। इसके साथ ही राज्य के तटीय जिलों में भारी बारिश होगी और समुद्र में 4-5 मीटर ऊंची लहरें उठेंगी। इस तूफान से पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिण एवं उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता जिलों के काफी प्रभावित होने का अंदेशा है। ‘अम्फान’ तूफान से नुकसान की संभावना इससे पहले आए चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ से हुई भारी क्षति से भी कहीं अधिक होने का अंदेशा है, जो 9 नवंबर, 2019 को पश्चिम बंगाल के तट से टकराया था।
लॉकडाउन के बीच डेयरी आपूर्ति श्रृंखला को सामान्य बनाए रखने में मदर डेयरी का योगदान
मदर डेयरी विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्र में दुग्ध उत्पादकों से प्रतिदिन औसतन 2.55 लाख लीटर दूध खरीद रही है
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। कोविड -19 महामारी से जूझने के बीच लॉकडाउन के तहत देश में भोजन और स्वास्थ्य सेवाओं जैसी जरूरी चीजों की उपलब्धता बनाए रखना बेहद महत्वपूर्ण है। प्रतिबंधो के बीच एक ओर जहां उपभोक्ताओं के लिए आवश्यक चीजों की आपूर्ति बनी रहना जरुरी है तो वहीं दूसरी ओर किसानों के लिए उनके उत्पाद बाजार तक पहुंचे सके इसके लिए आपूर्ति श्रृंखला का सामान्य बने रहना भी आवश्यक है। इस संदर्भ में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, मदर डेयरी ने पहल करते हुए, विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्र में लॉकडाउन के बीच डेयरी आपूर्ति श्रृंखला को सामान्य बनाए रखने में बड़ा योगदान दिया है।