हाथरस, नीरज चक्रपाणि। वैसे तो योगी सरकार प्राथमिक विद्यालयों में पढाई का समुचित माहौल बनाने के लिए करोङ़ो रुपया पानी की तरह बहा रही है ताकि प्रदेश के नौनिहालों का भविष्य सुधर सके। हर साल करोङ़ो रूपये का बजट शिक्षा में सुधार के नाम पर ठिकाने लग जाता है। हाथरस में शिक्षाधिकारियों के सरकारी दावों के बीच शहर में एक ऐसा विद्यालय भी है जिसका भवन जर्जर है और वहाँ पढ़ने वाले बच्चे खानाबदोश की तरह पढ़ने को मजबूर है। जी हाँ यहाँ स्कूल की बिल्डिंग तो है पर किसी भी लायक नही है स्कूल के बच्चे खुले में इधर उधर पढाई करने को मजबूर है। प्राथमिक विद्यालय आर्य समाज नगर क्षेत्र नाम के इस विद्यालय की हालात ऐसी है कि यह कभी भी धरासाई हो सकता है। बाबजूद इसके इस विद्यालय में 31 बच्चे अध्ययनरत है और बच्चों को पढ़ाने के लिए एक टीचर भी है। स्कूल टीचर की माने तो स्कूल भवन मंदिर की जायजाद में है मन्दिर वाले जहां भी जगह दे देते है वह वहां बच्चों को बैठा कर पढ़ा देती है। इस मामले में बीएसए का कहना है कि वह निरीक्षण करके मामले का संज्ञान लेंगी और बच्चों की पढाई की उचित व्यवस्था करायेंगीं। अब देखना यह होगा की बीएसए कब तक निरीक्षण करके इन नौनिहालों के लिए पढ़ने की स्थाई जगह उपलब्ध कराती है ताकि इनकी खानाबदोशी पढ़ाई स्थाई रूप ले सके।
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