पवन कुमार गुप्ताः रायबरेली। भारत सरकार के केन्द्रीय सतर्कता आयोग के निर्देशन पर एनटीपीसी ऊंचाहार में सतर्कता जागरूकता सप्ताह का शुभारंभ किया गया। इस सप्ताह का उद्देश्य कार्यक्षेत्र में निष्ठा एवं ईमानदारी को बढ़ावा देने के लिए सभी कर्मचारियों ने सतर्कता शपथ लेकर साप्ताहिक आयोजनों का आगाज किया। सप्ताह के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन जा रहा है, जिसमें नारा लेखन प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी और वीडियो मेकिंग प्रतियोगिता शामिल हैं। इन प्रतियोगिताओं में एनटीपीसी के कर्मचारियों, उनके परिवारजनों, सीआईएसएफ कर्मियों और उनके परिवारजनों के साथ-साथ स्कूली बच्चों ने भी उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं।
परियोजना प्रमुख मनदीप सिंह छाबड़ा ने सतर्कता जागरुकता कार्यक्रमों की प्रासंगिकता एवं उनकी जरुरत की चर्चा करते हुए कहा कि सतर्कता जागरुकता सप्ताह के दौरान आयोजित गतिविधियों का उद्देश्य यह है कि सभी कर्मचारी अपना कार्य ना केवल पूरी ईमानदारी से करें बल्कि साथ ही साथ अपने आसपास किसी भी तरह का अनुचित कार्य करने वालों की उचित जगह पर शिकायत करें ताकि संस्थान का औद्योगिक स्वास्थ्य एवं कार्यक्षेत्र में सुचिता बनी रहे। एनटीपीसी ऊंचाहार निरंतर इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से अपने कर्मचारियों और समाज के बीच नैतिकता और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए संकल्पित है।
इस दौरान मानव संसाधन प्रमुख रूमा दे शर्मा ने सभी विभागाध्यक्षों, कर्मचारियों, यूनियन और एसोसिएशन के पदाधिकारियों को सतर्कता शपथ दिलाई। उन्होंने सभी को सतर्कता के प्रति जागरूक रहने का संदेश देते हुए कहा कि एक जिम्मेदार और पारदर्शी कार्यशैली के माध्यम से हम अपने कार्यस्थल और समाज में भ्रष्टाचार को रोक सकते हैं।
सप्ताह के अंतर्गत आयोजित विभिन्न गतिविधियों के विषय में अपर महाप्रबंधक (सतर्कता) श्री अभिजीत सरकार ने कहा कि सत्यनिष्ठा की संस्कृति से राष्ट्र की समृद्धि थीम के तहत सतर्कता का महत्व यह है कि यह न केवल व्यक्तिगत ईमानदारी और नैतिकता को प्रोत्साहित करता है, बल्कि संगठन और समाज में पारदर्शिता और विश्वास को भी मजबूत करता है। सतर्कता भ्रष्टाचार को रोककर राष्ट्र की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिससे समृद्धि और विकास संभव होता है। उल्लेखनीय है कि सतर्कता जागरूकता सप्ताह के कार्यक्रम 3 नवंबर तक चलेंगे।