Thursday, May 2, 2024
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बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर के जन्मदिवस पर विचार गोष्ठी का किया आयोजन

हाथरस। बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर के 132वें जन्मदिवस पर आज आर्यावर्त बैंक के अलीगढ़ मार्ग स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें बाबा साहब के जीवन दर्शन तथा उनकी सामाजिक समानता की भावना पर वक्ताओं द्वारा विचार विमर्श किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चन्द्रभान सिंह थे तथा अध्यक्षता वरिष्ठ प्रबन्धक अभय शर्मा द्वारा की गई।
विचार गोष्ठी का प्रारम्भ कार्यक्रम अध्यक्ष तथा मुख्य अतिथि द्वारा बाबा साहब के छाया चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन तथा माल्यार्पण करके किया गया। गोष्ठी का प्रारम्भ करते हुए श्री बलवीर सिंह ने कहा कि बाबा साहब ज्ञान का प्रतीक थे और हमें उनके बताए ईमानदारी के मार्ग पर चलना चाहिए। के पी सिंह राणा ने कहा कि बाबा साहब के विचार आज भी प्रासंगिक हैं।
ओमप्रकाश ने बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर के जीवन की प्रमुख घटनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने दबे कुचले शोषित समाज के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन न्यौछावर कर दिया। श्रीकांत गर्ग ने कहा कि विश्व के अन्य देश अपने संविधान में संशोधन करने से पूर्व बाबा साहब के बनाए भारत के संविधान का गहन अध्ययन करते हैं। राजीव कुमार आर्य ने बाबा साहब के जीवन के तीन सूत्रों शिक्षित बनिए, संगठित रहिए और संघर्ष करिए की व्याख्या करते हुए कहा कि उनके पदचिन्हों का अनुसरण करना हमारी उनके प्रति वास्तविक श्रद्धांजलि होगी।
विचार गोष्ठी के मुख्य अतिथि चंद्रभान सिंह ने भारत का संविधान बनाए जाने की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर ने जीवन पर्यन्त दलितों, शोषितों, वंचितों और दबे कुचले लोगों का जीवन स्तर ऊँचा उठाने के लिए काम किया प् विचार गोष्ठी में श्री मंजीत सिंह पराया, लोकेश मीणा, प्रदीप कुमार वार्ष्णेय, किरोरी लाल मीणा, अनिल कुमार शर्मा तथा राजकुमार शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये।अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में आर्यावर्त बैंक क्षेत्रीय कार्यालय में वरिष्ठ प्रबन्धक श्री अभय शर्मा ने बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर के विचारों को उद्धृत करते हुए जनसाधारण को उनसे प्रेरणा लेने तथा अपने जीवन में आत्मसात करने का आह्वान करते हुए कहा कि बाबा साहब शिक्षा को सामाजिक परिवर्तन का एक सशक्त माध्यम मानते थे।
प्रबन्धक श्री संदीप निगम ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया तथा सहायक प्रबन्धक सोनू कुमार द्वारा अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में अजय कुमार मीणा, भागचंद कुमावत, नितेश खण्डेलवाल, यतेन्द्र अवस्थी, जीतेश मीणा, अश्वनी कुमार उपाध्याय, राजू, माधव दीक्षित आदि का विशेष योगदान रहा।