Thursday, May 2, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » गरीब की भूख मिटाना हमारा संस्कार और संस्कृति हैः राज्यपाल

गरीब की भूख मिटाना हमारा संस्कार और संस्कृति हैः राज्यपाल

कानपुर देहात/कानपुर । उप्र की राज्यपा आनंदीबेन पटेल द्वारा एच0बी0टी0 यू0 परिसर कानपुर में स्थित शताब्दी भवन में विशिष्ट व्यक्तियों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, स्कूल के बच्चों, अध्यापकों, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं एवं एन0जी0ओ0 से जुड़े लोगों की उपस्थिति में सरस्वती माता की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं और जिस तरह से इस भवन में बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया निश्चित रूप से वह अविस्मरणीय है, इनको देखकर ऐसा लगा कि आने वाले समय में इनके हाथों में भारत का भविष्य सुरक्षित है।
उन्होंने कहा कि देश और समाज की प्रगति तभी संभव है जब बच्चे और बच्चियां समान रूप से आगे बढ़े। उन्होंने इस बात पर विशेष बल दिया कि बेटियों को तैयार करना आसान होता है, बेटे और बेटियों को समान रूप से आगे बढ़ने का अवसर मिलना चाहिए, उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की विशेष रूप से प्रशंसा करते हुए कहा कि इनकी भूमिका यशोदा मां के समान है, ये दूसरे के बच्चों को पालती हैं, पोषती हैं और उनके स्वास्थ्य का संपूर्ण ध्यान रखती हैं, निसंतान, असहाय बच्चों को सहारा देने का कार्य करती हैं और उनके चेहरे पर खुशी लाती हैं, उन्होंने कहा मेरी इच्छा है कि आंगनवाड़ी के बच्चों को अन्य बच्चों की तरह ही सुविधा मिलनी चाहिए, जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो। उन्होंने इसके लिए जनपद कानपुर देहात के उद्योगपतियों को विशेष रुप से आह्वान किया कि वे सी0एस0आर0 में ज्यादा से ज्यादा योगदान दें, जिसका उपयोग बच्चों और समाज के हित में किया जा सके। उन्होंने 100 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किट मिलने पर बधाई दी तथा इसके लिए जिला प्रशासन की विशेष रूप से प्रशंसा की।
उन्होंने उस टीम की भी प्रशंसा की जो सुदूर स्थित बच्चों को कंप्यूटर में दक्ष बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज के उन तबकों तक अपने ज्ञान और तकनीक को पहुंचाना है जहां तक इसकी पहुंच सुनिश्चित नहीं हो पाती है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री जी का लक्ष्य है की वर्ष 2025 तक सभी टीवी रोग से मुक्त हो, इस कार्यक्रम में समाज के सभी जिम्मेदार लोगों को जोड़ना चाहिए। चाहे इसमें अधिकारी हो, विश्वविद्यालय के लेक्चरर हो या समाज के अन्य प्रतिष्ठित व्यक्ति हो। उन्होंने कहा कि हमने अभी तक दो लाख से ज्यादा लोगों को टीवी से मुक्त कराया है, जो हमारे लिए अत्यंत प्रसन्नता की बात है, इसमें समाज के हर व्यक्ति को अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए मोटे अनाज का प्रयोग करना चाहिए, खासकर छात्र-छात्राओं को सप्ताह में दो बार इसका प्रयोग करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमारे यहां जन्म से पहले और जन्म के बाद कुपोषण के कारण अनेकों बच्चे मर जाते हैं, इन परिस्थितियों का सामना तभी किया जा सकता है, जब हम मोटे अनाज का प्रयोग करें। उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आसान ऋण उपलब्ध कराने की बात कही, जिससे महिलाएं आसानी से अपना स्वरोजगार चला सके। उन्होंने इस बात का विशेष रूप से उल्लेख किया कि 2 करोड़, 18 लाख, महिलाओं को स्वयं सहायता समूह के तहत रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने जनपद कानपुर देहात के इस प्रयास की विशेष रूप से सराहना की, कि यहां पर प्रशासन द्वारा नदियों के जीर्णाेद्धार का कार्य किया जा रहा है, विशेष रूप से नून नदी उद्धार की चर्चा उन्होंने की।
उन्होंने कहा कि बच्चों को नदियों के उद्गम और उनके महत्व के बारे में बतलाना चाहिए, नदी, तालाब, बांध जो लुप्तप्राय हो गए हैं, उनको पुनः जीवित करें, जिससे जल स्तर को बनाए रखा जा सके। उन्होंने कहा कि दैनिक क्रियाकलापों में सुधार करके हम पानी की बचत कर सकते हैं। उन्होंने बच्चों में भी पानी के बचत को अपने दैनिक जीवन में अपनाये जाने हेतु प्रेरित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि चिंतन से समस्याओं का समाधान निकलता है, इसलिए जरूरी है कि हम उपर्युक्त महत्वपूर्ण पहलुओं पर चिंतन करें, जिससे इन समस्याओं का सटीक हल निकल सके। उन्होंने कहा कि हमारे विश्वविद्यालयों और उनसे संबद्ध कालेजों की स्थिति सही नहीं है उनकी कमियों को दूर करने की आवश्यकता है।
इसी मौके पर उन्होंने अंक तालिका में सुधार करने पर भी बल दिया। अंत में उन्होंने कहा हमें एक दूसरे के कार्यों से प्रेरित होकर कार्य करना चाहिए, जिससे कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे, गरीब की भूख मिटाना हमारा संस्कार और संस्कृति है। इस मौके पर राज्यपाल महोदया द्वारा फ्रन्टियर एलॉय स्टील्स लिमिटेड द्वारा गांव गांव तक कम्प्यूटर शिक्षा को सुलभ बनाने के उद्देश्य से ‘‘एकल कम्प्यूटर लैब वाहन‘‘, फिक्की फ्लो तथा अमर उजाला फाउण्डेशन के सम्मलित प्रयास से संचालित स्वास्थ्य, वित्तीय तथा डिजिटल साक्षरता हेतु ‘‘सचल जागरूकता वाहन‘‘ तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत ‘‘ब्लड कलेक्शन एवं ट्रान्सपोर्टेशन वैन‘‘ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया, जिसके उपरान्त उन्होंने बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग,एन0आर0एल0 एम के अन्तर्गत पंजीकृत स्वयं सहायता समूहों एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा स्टॉल के माध्यम से प्रदर्शित किये गये कार्याे का भी अवलोकन किया। इस मौके पर मा0 राज्यपाल महोदया द्वारा 100 आंगनबाड़ी केन्द्रों को आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्रों के रूप में विकसित किये जाने हेतु सांकेतिक रूप से दस आंगनबाड़ी केन्द्रों के कार्यकत्रियों को आवश्यक सामग्री यथा ट्राइसाईकिल, झूले वाला घड़ा, अक्षरों वाले प्लास्टिक नम्बर आदि कुल 16 वस्तुओं से सुसज्जित किटों का वितरण आंगनबाड़ी कार्यकत्री ज्योत्यना, सुनीता देवी, निशा, रेखा, ममता, भावना, बिन्दु, नीरज, विजय लक्ष्मी तथा राजकुमारी को वितरण किया गया। इसीक्रम में क्षय रोगी संदीप, वाशु, अजय, शुभम व पवन को पोषण किट का वितरण, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के अन्तर्गत पांच लाभार्थियों को कार्ड व पास बुक वितरण, सी0एस0आर0 के अन्तर्गत फ्रन्टियर एलॉय स्टील लिमिटेड, फिक्की फ्लो एवं अमर उजाला फाउण्डेशन को उनके द्वारा दिये गये अभूतपूर्व सहयोग हेतु प्रशस्ति पत्र वितरण, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के अन्तर्गत पांच लाभार्थियों को 2 करोड़ 18 लाख का चेक वितरित किया गया। इसी क्रम में मा0 राज्यपाल महोदया द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत समूह की साक्षर महिलाओं के माध्यम से समूह की निरक्षर महिलाओं को साक्षर किये जाने हेतु ‘‘अक्षरारंभ कार्यक्रम‘‘ का शुभारंभ बटन दबाकर किया तथा एक मिनट की लघु मूवी का प्रदर्शन भी किया गया। मा0 राज्यपाल महोदया ने जिलाधिकारी नेहा जैन द्वारा जनपद कानपुर देहात में किये गये कार्याे हेतु भूरि-भूरि प्रसंसा की।
इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री भानु प्रताप वर्मा, कैबिनेट राज्यमंत्री राकेश सचान, सांसद देवेंद्र सिंह भोले, राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला, भाजपा जिलाध्यक्ष/एमएलसी अविनाश सिंह चौहान, रसूलाबाद विधायक पूनम संखवार, जिला पंचायत अध्यक्ष नीरज रानी आदि जनप्रतिनिधिगण सहित जिलाधिकारी नेहा जैन, अन्य जनपदीय अधिकरी/कर्मचारी तथा भारी संख्या में लाभार्थी उपस्थित रहे।