रायबरेली। प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि 22 जुलाई से 15 अगस्त 2023 तक वृक्षारोपण महाभियान-2023 चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि उद्यान विभाग द्वारा उपलब्ध भूमियों पर विभिन्न प्रकार के पौधे लगाकर बागवानी व वनावरण विस्तार के कार्य को बढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही धार्मिक और आस्था के स्थलों पर विशेष प्रकार के पौधों का रोपण करके पौधारोपण में सामुदायिक सहभागिता को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
उद्यान मंत्री ने कहा कि जनपद रायबरेली के सभी आस्था के स्थलों जैसे-शहीद स्थलों, मंदिरों, स्मारकों, पर्यटन केंद्रों के आसपास के स्थलों पर भी वृक्षारोपण किया जाए। शिव मन्दिरों के आसपास बेल जैसे वृक्षों का रोपण किया जाए, जिनके फल औषधीय गुणों से परिपूर्ण जन-उपयोगी होते हैं और पत्तियां (बेलपत्र) शिवार्पण के लिए श्रद्धालुओं को आसानी से उपलब्ध हो जायेगी। उन्होनेे कहा कि विलुप्त होती वृक्षों की प्रजातियों जैसे लसोदा, खिन्नी, इमली, कमरख, कैथा, शूलर, शहतूत आदि के रोपण पर भी ध्यान दिया जाए, जिससे अगली पीढ़ियों को हम उन प्रजाति के वृक्षों से और उनके गुणों से परिचित भी करा सकें। उन्होंने कहा कि आस्था के स्थलों में रोपित किये गये वृक्षों को सामान्यतया कम हानि पहुँचने की आशा होती है और वह आसानी से बड़े होकर मानव कल्याण के काम आयेंगे। इस प्रकार के फल फूल औषधीय गुणों वाले और विलुप्त होते वृक्षों की आपूर्ति उद्यान विभाग किसी भी विभाग को सरलता व सहजता के साथ निःशुल्क उपलब्ध करायेगा।
Home » मुख्य समाचार » धार्मिक स्थलों के साथ ही पर्यटन केंद्रों पर भी वृक्षारोपण कर लगाए जाएं औषधीय पौधेः उद्यान मंत्री