Friday, May 17, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » 26 विपक्षी दलों की गठबंधन से विचलित भाजपा कुनबे की सफाई में जुटी

26 विपक्षी दलों की गठबंधन से विचलित भाजपा कुनबे की सफाई में जुटी

⇒लोक सभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा में भारी फेर बदल

नई दिल्लीः राजीव रंजन नाग। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अपना कुनबा ठीक करने में जुट गई है। 26 विपक्षी दलों के ताजा गटबंधन (इँडिया) से विचलित भगवा पार्टी लगातार रणनीति बदलने को मजबूर हुई है।
किसी अनहोनी से परेशान सत्तारुढ़ पार्टी इस बार अपने कुनबे में दो मुस्लिम नेताओं को जगह देकर अल्पसंख्यक वोट बैंक को अपने पक्ष में करने की कोशिश करती हुई दिख रही है। चौंकानेवाला नाम विधान परिषद सदस्य तारिक मंसूर का है। तारिक मंसूर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर रहे हैं। केरल के नेता अब्दुल्ला कुट्टी इस सूची में अल्पसंख्यक समुदाय के एक अन्य सदस्य हैं। भाजपा अध्यक्ष के रूप में श्री नड्डा का कार्यकाल इस साल जनवरी में बढ़ा दिया गया था ताकि उन्हें अगले लोकसभा चुनावों के दौरान शीर्ष पर रहने का मौका मिल सके।
2024 के चुनावी से पहले बीजेपी को बड़ा सांगठनिक फेरबदल करने पर मजबूर होना पड़ा है। बीजेपी की केंद्रीय पदाधिकारियों की टीम में 13 उपाध्यक्ष और 9 महासचिव शामिल किये गए हैं। झारखंड में दो बड़े नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। इनमें रघुवर दास और आशा लकड़ा का नाम शामिल है। प्रदेश के पूर्व सीएम रघुवर दास को बीजेपी ने पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है। वहीं, रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा को राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। रघुवर दास को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के तौर पर तीसरी बार बीजेपी ने ये जिम्मेदारी सौंपी है, तो वहीं मेयर आशा लकड़ा को दूसरी बार राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है।
लोक सभा चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रीय स्तर पर बदलाव को काफी अहम माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश से बीजेपी ने लोकसभा की 80 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। राष्ट्रीय पदाधिकारियों की लिस्ट में महिला वर्ग को भी प्रतिनिधित्व मिला है। पार्टी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय महामंत्री, राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन), राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री और राष्ट्रीय सचिव समेत कई अहम पदों में बदलाव करते हुए कुछ नए चेहरों को मौका दिया गया है।
पार्टी की उत्तर प्रदेश से तीन लोगों को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। चौंकानेवाला नाम विधान परिषद सदस्य तारिक मंसूर का है. तारिक मंसूर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर रहे हैं। पद से इस्तीफा देने के बाद योगी आदित्यनाथ की सरकार ने तोहफे में तारिक मंसूर को विधान परिषद का सदस्य मनोनित किया था। अब उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया है।
बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की सांसद रेखा वर्मा को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। उत्तर प्रदेश के सांसद लक्ष्मीकांत बाजपेयी को भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की लिस्ट में कुल 13 नाम हैं। उत्तर प्रदेश से सांसद अरुण सिंह को बीजेपी ने राष्ट्रीय महामंत्री घोषित किया है। राष्ट्रीय महामंत्री के 8 नामों की सूची में उत्तर प्रदेश के सांसद राधामोहन अग्रवाल भी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश से सांसद सुरेंद्र सिंह नागर की तैनाती राष्ट्रीय सचिव के पद पर की गई है। जेपी नड्डा की नई टीम में उत्तराखंड से सिर्फ नरेश बंसल को जगह मिली है। विधानसभा चुनावी राज्यों को देखते हुए भी नए नामों पर मुहर लगाई गई है।
पार्टी द्वारा जारी सूची में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, श्रीमती वसुंधरा राजे, रघुबर दास, सौदान सिंह, बैजयंत पांडा, सुश्री सरोज पाण्डेय, श्रीमती रेखा वर्मा, श्रीमती डी के अरुणा, एम. चौबा एओ, अब्दुल्ला कुट्टी, लक्ष्मीकांत बाजपेई, श्रीमती लता उसेंडी और तारिक मंसूर। राष्ट्रीय महासचिवरू सर्वश्री अरुण सिंह, कैलाश विजयवर्गीय, दुष्यंत कुमार गौतम, तरुण चुघ, विनोद तावड़े, सुनील बंसल, संजय बंडी और राधामोहन अग्रवाल। राष्ट्रीय संगठन महामंत्रीः श्री बी एल संतोष राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री: शिवप्रकाश (केन्द्रः लखनऊ) राष्ट्रीय सचिवः श्रीमती विजया राहटकर, सत्या कुमार, अरविंद मेनन, सुश्री पंकजा मुंडे, डॉ. नरेन्द्र सिंह रैना, डॉ. अल्का गुर्जर, अनुपम हाजरा, ओम प्रकाश ध्रुवे, ऋतुराज सिन्हा, श्रीमती आशा लाकड़ा, कामाख्या प्रसाद तासा, सुरेन्द्र सिंह नागर और कांग्रेस के सीनियर नेता ए के टोनी के पुत्र अनिल एंटनी शामिल हैं। पार्टी ने उत्तर प्रदेश से एक पसमांदा मुस्लिम को उपाध्यक्ष बनाया। तेलंगाना इकाई के पूर्व प्रमुख बंदी संजय कुमार को भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया। भाजपा ने कर्नाटक के नेता सीटी रवि, असम से लोकसभा सांसद दिलीप सैकिया को महासचिव पद से हटा दिया है, और विनोद सोनकर, हरीश द्वेदी, उत्तर प्रदेश से दोनों लोकसभा सांसद और सुनील देवधर को हटा दिया है।
सचिवों के रूप में. उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद राधा मोहन अग्रवाल उस सूची में दो नए चेहरों में से एक हैं, जिसमें नौ महासचिव हैं, जिनमें से सात ने अपना पद बरकरार रखा है। नए सचिवों में अनुभवी कांग्रेस नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी और क्रमशः यूपी और असम से राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर और कामाख्या प्रसाद तासा हैं। श्री नागर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक प्रभावशाली गुर्जर नेता हैं जबकि श्री तासा लंबे समय से पूर्वाेत्तर राज्य में चाय जनजातियों का चेहरा रहे हैं।
बिहार से लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह को पार्टी उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. उत्तर प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत बाजपेयी दो नए उपाध्यक्षों में से एक हैं। तारिक मंसूर को पार्टी उपाध्यक्ष के रूप में शामिल किए जाने के साथ, अब इस पद पर दो मुस्लिम हैं। केरल के नेता अब्दुल्ला कुट्टी इस सूची में अल्पसंख्यक समुदाय के एक अन्य सदस्य हैं। जबकि तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष पद से हटाए जाने के कुछ सप्ताह बाद बंदी संजय की नियुक्ति पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए एक संकेत है कि वह राष्ट्रीय नेतृत्व के लिए मूल्यवान बने हुए हैं, और उनका निष्कासन दक्षिणी राज्य में राजनीतिक वास्तविकताओं के संदर्भ में लिया गया एक रणनीतिक निर्णय था।