⇒डीएम समेत अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों ने डाला डेरा, पूर्व में डेंगू से हुई थीं सैकड़ों मौत
फिरोजाबाद। फिरोजाबादवासी डेंगू के कहर को कभी भुला नहीं पाएंगे। दो साल पहले फिरोजाबाद शहर में डेंगू ने ऐसा कहर ढाया था, कि सैकड़ों बच्चे और लोगों की मौत हो गई थी। घर-घर में मरीजों की चारपाई बिछी हुई थी। एक बार फिर ब्लाक नारखी क्षेत्र के गांव लोकी गढ़ी के अधिकांश घरों में लोग बुखार से पीड़ित हैं। इनमें से एक 14 वर्षीय बालिका की डेंगू के चलते मौत हो गई। बालिका की मौत के बाद डीएम समेत आला अधिकारी गांव में पहुंचे और गांव का भ्रमण किया। उन्होंने सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के आदेश दिए हैं, यहां तक कि गांव में चार कैंप भी लगाए गए हैं। जिला मुख्यालय से करीब 22 किलोमीटर दूर स्थित गांव लोकी गढ़ी में इन दिनों बुखार ने लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रखा है। विगत 15 दिन से ग्रामीण इस बीमारी से जूझ रहे हैं। कोई झोलाछाप डॉक्टर के यहां इलाज करा रहा है तो कोई शहर में जाकर बीमारी का इलाज करा रहा है। हालात ऐसे हैं कि कई घरों में चूल्हे तक नहीं जल रहे तो कई घरों में ताले लटके हुए हैं। पूछने पर बताया गया कि यह लोग अपना इलाज कराने के लिए बाहर गए हुए हैं। ग्रामीणों के मुताबिक गांव के करीब 200 से अधिक बेटे, बेटियां बच्चे व अन्य महिला पुरुष बुखार समेत अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं। रविवार को गांव की 14 वर्षीय छात्रा रेखा जो कक्षा नौ की छात्रा थी उसकी डेंगू बुखार के बाद मौत हो गई थी। सोमवार को गांव में डीएम डॉक्टर उज्जवल कुमार, डीपीआरओ नीरज सिन्हा, सीएमओ डॉक्टर राम बदन समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और गांव में साफ-सफाई को लेकर विशेष अभियान चलाया गया। इस दौरान डॉक्टरों की चार टीमें भी गांव में लगाई गई हैं। डीएम ने बताया की व्यवस्था में हर अधिकारी, कर्मचारी लगा हुआ है। बीमारी रोकने के लिए भी लगातार काम किया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से भी अपील की है कि वह अपना पूरा सहयोग दें और इस बीमारी को भगाने में प्रशासन की मदद करें।