फिरोजाबादः जन सामना संवाददाता। शहर में बजरंग दल द्वारा तिरंगा यात्रा आयोजन प्रान्त आहवान पर किया गया। इस मौके पर सुबह से ही सैकडों की संख्या में हिन्दू संगठन के लोग कोटला चुकी कान्ता होटल पर एकत्रित हो गये। शहर में शान्ति व्यवस्था बनाये रखने के लिए भारी मात्रा में पुलिस बल के साथ फायर बिगेट के लोगो को भी स्थित का नियन्त्रण रखने के लिए तैनात किया गया।
हाथ में तिरंगा लेकर सैकडों लोग बंजरगदल के नेता विनेश शर्मा के नेत्त्व में सड़क पर उतर आये। पुलिस ने भी यात्रा में शमिल लोगो पर कडी निगरानी रखते हुए पूरी तरह से यात्रा को पुलिस के घेरे में ले लिया। वह रामलीला चैराहा से पूर्व ही नगर मजिस्ट्रेट शीतला प्रसाद यादव, एसपी सिटी राजेश कुमार सिंह सीओ नगर डा0 अरूण कुमार ने सड़क के बीचों बीच गाडियों को खडा कराते हुए घेरा बन्दी कर दी। जहां बजरंग दल के लोगो ने अपने कों पुलिस के घेरे में देखा तो उन्होने एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को देकर यात्रा का शान्ति रूप से रोकने के बाद वापस कर दिया। इस मौके पर बजरग दल के प्रान्त नेता विनेश दीक्षित ने कहा कि विगत 26 जनवरी 2018 को कासगंज में निकाली गयी तिरंगा यात्रा के दौरान के दौरान सांप्रदायिक हिंसा को लेकर विरोध करते है। एक हिन्दू युवा साथी को विशेष समुदायें के लोगो ने गोलीमार कर हत्या कर दी। वही शहर में आगजनी करने के बाद उल्टा हिन्दूओं पर ही दोषी ठहराने की राजनीति करने लगे। हम लोग शहर के सुभाष तिराहे के साथ-साथ मुस्लिम इलाकंे में भी जुलूस निकालने वाले थे। लेकिन शहर में अमन चैन के लिए प्रशासन की बात को मनते हुए यात्रा का यही समाप्त करते है। देश के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र भाई मोदी, प्रदेश के मुखिया योगी आदित्य नाथ योगी से आहवान करते है। कि कासगज में शहीद हुए देश भक्त को 50 लाख रूपये मुआवजा मृतक के परिजनों को मिलना चाहिये। वही उसकी आत्मा की शान्ति के लिए अन्त में कान्ता होटल में मौन वृत रख कर भगवान से प्रार्थना भी की। इस दौरान सैकडों बजरंगियों के साथ हिन्दू संगठन के लोग मौजूद रहे।