एएनएम विभा सेंगर द्वारा आईजीआरएस पोर्टल पर की गई शिकायत को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय द्वारा पीड़िता को बिना लाभ दिए ही निस्तारण कर दिया
हाथरस, नीरज चक्रपाणि। स्वास्थ्य विभाग में तैनात रही रिटायर्ड एएनएम विभा सेंगर द्वारा पेंशन एवं अन्य देयकों के 10 माह बाद भी भुगतान नही होने की शिकायत आईजीआरएस पोर्टल पर करने के बाद भी पीड़ित को कोई राहत नही मिली । एएनएम विभा सेंगर द्वारा की गई शिकायत को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय द्वारा पीड़ित को बिना लाभ दिए ही निस्तारण कर दिया गया। जब की रिटायर्ड एएनएम की न तो पेंशन बनी और न ही फंड एव ग्रेच्यूटी का पैसा ही मिला। अब पीड़ित एएनएम ने फिर आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है और निष्तारित शिकायत पर आपत्ति दर्ज करते हुए कहा है कि मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय द्वारा गुमराह करते हुए मेरी शिकायत का निस्तारण कर दिया है जब कि मेरी पेंशन भी नही बनी है और न ही मुझे जीपीएफ एवं ग्रेच्यूटी का पैसा मिला है। आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत में रिटायर्ड एएनएम विभा सेंगर ने कहा है कि मेरे द्वारा शिकायत संदर्भ संख्या 40014418021239 में पेंशन एवं अन्य देयकों का भुगतान कराने की गुहार लगाई गई थी जिस पर मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय द्वारा खुद का बचाव करते हुए बहुत ही चालाकी से कार्यवाही जारी होने का हवाला देते हुए शिकायत का निस्तारण कर दिया गया। जब कि बीते 10 माह से कार्यवाही जारी होने की बात कही जा रही है। पीडिता का आरोप है कि पटल बाबू द्व़ारा पहले भी जानबूझ कर पेंशन प्रपत्र अपर निदेशक कोषागार एवं पेंशन आगरा को अपूर्ण ही भेज दिये गये थे। जिस कारण से उक्त पेशन कार्यवाही पर अपत्ति लगाकर प्रपत्र पुनः मुख्यचिकित्साधिकारी कार्यालय भेज दिये गये। पेंशन प्रपत्र पर आपत्ति प्राप्त होने के बाद 3 माह तक पेंशन प्रपत्रों को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय, हाथरस में क्यों रोके रखा गया। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में तैनात पटल बाबू ने बहुत ही चालाकी से अन्य देयकों में पीड़ित को दिये गये अवकाश का पैसा एवं बीमे के पैसे के भुगतान को दर्शाया गया है जब कि जीपीएफ के प्रपत्र अभी भी पूर्ण करके मुख्यचिकित्साधिकारी कार्यालय द्वारा अग्रिम कार्यवाही हेतु नही भेजे गए है। अब पीड़ित विभा सेंगर ने पुनः शिकायत दर्ज कराते हुए स्वंय को परेशान करने एवं मानसिक उत्पीड़न करने के आरोप लगाते हुए जल्द पेंशन,ग्रेच्यूटी एवं जीपीएफ के भुगतान कराने और आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने की गुहार मुख्यमंत्री जी से की है।
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