कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जनपद में 1604 प्राथमिक विद्यालय व 676 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं, जिनमें 4985 शिक्षक, 226 अनुदेशक एवं 1896 शिक्षामित्र कार्यरत हैं। इसके अलावा इन स्कूलों में लगभग 200 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। अब इन 7 हजार (लगभग) शिक्षकों, अनुदेशकों, शिक्षामित्रों व शिक्षणेत्तर कार्मिकों को विभाग की ओर से जल्द ही पहचान पत्र मिलेंगे। विभाग ने पहचान पत्र वितरण के लिए बजट जारी कर दिया है।
प्रदेशभर के सरकरी स्कूलों में कार्यरत लाखों शिक्षकों, अनुदेशकों, शिक्षामित्रों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के परिचय-पत्र बनेंगे। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। बेसिक शिक्षा परिषद के उप सचिव अनिल कुमार की ओर से इस संबध में निर्देश जारी कर दिये गए हैं।
निजी स्कूलों की तर्ज पर परिषदीय स्कूलों के समस्त स्टाफ को परिचय पत्र प्रदान किए जायेंगे। परिचय पत्र में मानव संपदा पोर्टल की नामांकन संख्या को अंकित किया जाएगा। इस कार्ड में शिक्षक का नाम, पदनाम, पिता / पति का नाम, जन्मतिथि, कार्यरत विद्यालय का नाम, ब्लॉक, वर्तमान पता, मोबाइल नंबर व ब्लड ग्रुप का उल्लेख किया जाएगा। प्रत्येक पहचान पत्र बनाए जाने हेतु अधिकतम 50 रुपये की धनराशि प्रदान की गई है। प्रत्येक शिक्षक एवं अन्य कर्मचारियों को प्रत्येक कार्य दिवस में पहचान पत्र को विद्यालय में साथ रखना होगा। प्रत्येक बीएसए को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वह एक माह के अंदर ही निविदा आमंत्रित कर सभी परिषदीय विद्यालयों के स्टाफ को पहचान पत्र प्रदान कर दें, साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि यह परिचय पत्र केवल शासकीय प्रयोग हेतु है, शिक्षक इसका प्रयोग निजी कार्यों हेतु नहीं कर सकेंगे। इस प्रवेश पत्र के खो जाने अथवा नष्ट हो जाने पर दूसरा प्रवेश पत्र प्राप्त करने हेतु निर्धारित 50 रुपये शुल्क संबंधित कार्यालय में जमा करना होगा। पहचान पत्र में किसी भी प्रकार से अनाधिकृत रूप से कुछ भी लिखना नहीं होगा। पहचान पत्र खो जाने पर तुरंत ही संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज करवानी होगी। उसके उपरांत ही विभाग नया पहचान पत्र जारी करेगा साथ ही अगर यह पहचान पत्र किसी को कहीं पड़ा मिलता है तो उसे सम्बंधित कार्यालय अथवा थाने में जमा करना होगा।