मौदहा/हमीरपुर, जन सामना। कस्बे की पेयजल सहित विभिन्न जनसमस्याओं को लेकर दो बार पूर्व में दिए गए ज्ञापनों के बाद भी समाधान न होने से नाराज कांग्रेसी आज पार्टी की जिला अध्यक्ष नीलम निषाद के नेत्रृत्व में पुनः उपजिलाधिकारी कार्यालय ज्ञापन देने पहुंचे लेकिन कोरोना का हवाला देते हुए उपजिलाधिकारी ने पाच लोगों को ज्ञापन के लिए बुलाया। जिसपर कांग्रेसियों ने उन्हें कार्यालय से बाहर आकर ज्ञापन लेने को कहाँ और नारे बाजी शुरू कर वहीं धरने बैठ गए। इस एसडीएम अजीत परेश ने पुलिस बुलाने के साथ ही कोरोना जाच टीम भी बुला ली। इस से भड़के कांग्रेसियों ने तहसील के बाहर पहुँच मुख्य मार्ग जाम कर दिया। लगभग 45 मिनट कड़ी धूप में बैठे कांग्रेसियों को कोतवाल ने ज्ञापन लेकर जाम खुलवाया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष नीलम निषाद, सचिव मोहम्मद शहजादा चिश्ती गांधी, सलीम अहमद, डा0 शाहिद अली, गुलाम मुर्तजा, सफकतुल्ला, राजू, मनजू कुशवाहा, दुर्गा देवी, पंकज सोनकर, किरण, मुजीब उद्दीन, शकीला बानो उर्फ मामा भारती, रामकली, नरेश कुमारी सहित दर्जनों कांग्रेसी आज कस्बे की विभिन्न समस्याओं को लेकर ज्ञापन देने उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। कांग्रेसियों द्वारा बताया गया कि कस्बे के वार्ड नंबर-1 में पाइपलाइन न होने से पेयजल समस्या विकराल हो चली है। जबकि कमहरिया रोड के समीप नई बस्ती में भी पानी की समस्या चरम पर है। गफूराबाद में भी पानी की समस्या पिछले कई वर्षों से बनी है। वही सिचैली पुरवा में कब्रिस्तान की भूमि पर अवैध कब्जे किए जा रहे हैं। जबकि कस्बे के कई मार्ग खुदे पड़े है। कांग्रेसियों ने बताया कि उक्त जैसी जनसमस्याओं को लेकर वह पूर्व में दो बार उपजिलाधिकारी मौदहा को ज्ञापन सौंपकर समाधान की मांग कर चुके हैं किंतु समाधान ना होने से व्यथित आज उन्होंने कांग्रेस जिला अध्यक्ष नीलम निषाद के नेतृत्व में उप जिलाधिकारी को ज्ञापन देने गए थे लेकिन बाद में कोतवाली प्रभारी को ज्ञापन सौंपा।