शिकोहाबाद/फिरोजाबाद, जन सामना। सरकारी विभागों में संविदा पर नियुक्ति एवं विनियमितीकरण नियमावली 2020 के विरोध में नगर के सैकड़ों शिक्षित, बेरोजगार युवाओं एवं प्रतियोगी छात्रों ने बाजार में र्केडल मार्च निकाल कर नारेबाजी करते हुए सरकार के आदेश पर रोष जाहिर किया। स्टेशन रोड स्थित सुभाष पार्क में आकर नवीन प्रस्तावित नीति के खिलाफ युवाओं ने आवाज बुलंद की।
बेरोजगार युवाओं ने कहा कि छात्र विरोधी नियमावली को किसी हाल में लागू नहीं होने दिया जाएगा। हर नगर, मोहल्ले, और गली से इस काले कानून के खिलाफ आवाज उठेगी। हम हर स्तर पर इसका विरोध करने के लिए प्रतिबद्व हैं ताकि आने वाली पीढ़ियों और हम सभी युवा वर्ग के लोगों का भविष्य सुनिश्चित हो सके। सरकारी नौकरी व्यक्ति स्थायित्व के लिए चुनता है। जीवन में व्यक्ति वर्षों तक स्कूलों में अकादमिक तैयारी करता है। कलेज में विश्वविद्यालयी परीक्षाओं की तैयारी करता है। फिर विभिन्न शहरों में जाकर दिन रात प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता है और परिवार के खून-पसीने से अर्जित धन को पानी की तरह बहाता है। सरकार तुगलकी फरमान देते हुये कहती है कि संविदा और विनियमितीकरण नियमावली लाई जाएगी। युवाओं ने कहा सरकार संविदा कानून लाकर हम बेरोजगारों और प्रतियोगी छात्रों के हौसलों और आत्म सम्मान पर प्रहार कर रही है। अभी लोकतांत्रिक और संवैधानिक रूप से प्रतीकात्मक विरोध मात्र कर रहे हैं। परंतु अगर यह राज्य सरकार और कार्मिक विभाग द्वारा संविदा कानून वापस न लिया गया। तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन होगा और सड़कें युवाओं के नारों से भर दी