हमीरपुर, अंशुल साहू। कोरोना जैसी भयावह महामारी के चलते हुए जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए पुलिस पूरी तरह सक्रिय होकर दिन.प्रतिदिन कार्यवाहियां कर रही है, वहीं दूसरी ओर डग्गामार वाहनों व हमीरपुर से विभिन्न मार्गों के लिए जाने वाली प्राइवेट बसों में मानक से दोगुना सवारियों को बिठाकर नियमों उल्लंघन किया जा रहा है। इसके चलते प्रशासन भी इनके ऊपर कार्यवाही करने के लिए तैयार नहीं है। पुलिस संरक्षण में डग्गामारी का गोरखधंधा पूरी तरह से फल.फूल रहा है। स्थानीय पुलिस द्वारा अपने चंद गुर्गों या दलालों द्वारा हमीरपुर से दिल्ली, हमीरपुर से विभिन्न मार्गों की ओर जाने वाली बसों व डग्गामार वाहनों से प्रतिमाह लाखों रुपयों की वसूली कर पुलिस अधीक्षक को बदनाम कर रहे हैं। वहीं डग्गामार वाहनों से अवैध वसूली का धंधा बदस्तूर जारी है। इस डग्गामारी गोरखधंधे में एआरटीओ ट्रैफिक पुलिस स्थानीय पुलिस और जनपद के कुरारा, समेरपुर, मौदहा, राठ, मुस्करा, बिवांर, जलालपुर, जरिया, चिकासी, सिसोलर आदि थानों में जमकर वाहनों से वसूली की जा रही है। हालांकि जनपद में अवैध तरीके से वाहन संचालन का व्यवसाय बड़ी तेजी के साथ एआरटीओ व पुलिस संरक्षण में अवैध डग्गामार गोरखधंधा फल.फूल रहा है। डग्गामार वाहनों से प्रतिमाह की जा रही लाखों की अवैध वसूली से रोडवेज को करोड़ों रुपये का नुकसान प्रतिमाह हो रहा है। लेकिन इस मामले पर जिम्मेदार आरएम एआरटीओ, ट्रैफिक व स्थानीय पुलिस अपने निहित लाभ के लिए सरकार को चूना लगाने में नहीं चूक रहे हैं। इस गोरखधंधे में एआरएम और एआरटीओ के साथ स्थानीय पुलिस संलिप्त है। डग्गामार वाहनों को रोकने के लिए जिला प्रशासन स्तर पर कोई ठोस रणनीति नहीं बनी और न ही डग्गामार वाहनों के खिलाफ कोई कार्यवाही एआरटीओ और ट्रैफिक पुलिस द्वारा की जा रही है। बस स्टाप में सुरक्षा के नाम पर होमगार्ड, ट्रैफिक पुलिस तैनात है। लेकिन ट्राफिक पुलिस भी इस अवैध कमाई में अपनी हिस्स्ेदारी ले रही है। जनपद में डग्गामार वाहन का एक रैकेट कार्य कर रहा हैए जो डग्गामार वाहनों से प्रतिमाह लाखों की वसूली कर तथाकथित ठेकेदारों व पुलिस अधिकारियों तक पहुंचाते हैं। डग्गामार पर सरकार की प्रतिमाह करोड़ों रुपयों का चूना लगाया जा रहा है। लेकिन अपनी निहित लाभ के लिए पुलिस अधिकारी भी इन तथाकथित वसूली करने वालों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। डग्गामार वाहन चालक का कहना है कि प्रतिमाह हजार रुपये पुलिस को देने के बाद भी सवारियों को बैठाने में दबंग वाहन चालक झगड़ा कर मार.पीट करते हैं। सदर कोतवाली क्षेत्र के रोडवेज बस स्टैंड के पास राठ बिवांर व भरुआ सुमेरपुर की ओर जाने वाले डग्गामार वाहन चालकों में सवारियों को बैठाने को लेकर जिला पंचायत गेट से लेकर पेट्रोल पंप तक प्रतिदिन चलता रहता है। इसके चलते हुए यहां पर जाम का झाम भी पैदा हो जाता है। लेकिन इन तथाकथित वसूलीकर्ताओं संलिप्त पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही न करने से गोरखधंधे को संरक्षण दिया जा रहा है।