हमीरपुर, अंशुल साहू। जनपद में सैकड़ों की संख्या में एटीएम विभिन्न कस्बों मे कैशलैस या तकनीकी खराबी का नोटिस लगा होने से बैंक उपभोक्ता खासे परेशान हो रहे है। उपभोक्ता बैंकों से कैस न मिलने के कारण अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति नही कर पा रहे है। उपभोक्ताओं का कहना है कि अपना पैसा ही अपने काम पर समय से नहीं लगा पा रहे है, यह एक विडम्बना है। शहर के एटीएम बूथ तकनीकी खामी के साथ-साथ मौजूदा समय में कैश के संकट से जूझ रहे हैं। ज्यादातर बूथों में ताले लटके हुए हैं। इससे ग्राहकों के सामने मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। बैंकों में कैश के संकट का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है। मुख्यालय में करीब एक दर्जन के आसपास बैंकों का संचालन हो रहा है। लेकिन ज्यादातर बैंकों के एटीएम बूथ इस वक्त शो पीस बने हुए हैं। सुबह से ही पैसा निकासी करने वालों की एटीएम बूथों में आवाजाही शुरू हो जाती है, लेकिन धनाभाव की नोटिसें पढ़कर लोग मायूस होकर लौट जाते हैं। एचडीएफसी बैंक के एटीएम बूथ में कैश न होने की स्लिप चस्पा कर दी गई है। इलाहाबाद बैंक, भारतीय स्टेट बैंक शाखा के बाहर स्थित एटीएम और सुभाष बाजार में लगा एटीएम कैशलेस हो चुका है। यहां ड्यूटी पर लगे गार्ड लोगों को एटीएम बूथ की तरफ बढ़ते ही कैश न होने का इशारा कर देते हैं। कस्बे के स्टेट बैंक ऑफ़ इण्डिया बस स्टैण्ड तथा बैंक आॅफ बड़ौदा के एटीएम बंद रहे। दोनों बैंकों क एटीएम में नकदी का संकट है। स्टेट बैंक ऑफ़इण्डिया बस स्टैण्ड में जमा करने वालों को बाहर लगी मशीन का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। मशीन सिर्फ खरे-खरे पांच सौ व दो हजार के नोटों को जानती है। नोट के जरा भी कोने टेढ़े-मेढ़े होने पर उन्हें गिनती से बाहर कर देती है। दूसरी तरफ कई बार मशीन नोट जमा कर लेती है, मगर खाते में शो नहीं करते और न ही कोई जमा पर्ची देती है। इस स्थिति के उत्पन्न होने पर ग्राहक को कई-कई दिन तक बैंक के चक्कर लगवाए जाते हैं। इस अव्यवस्था के चलते उपभोक्ताओं में खासी नाराजगी बनी हुयी है।