फिरोजाबाद, एस. के. चितौड़ी। दाऊ दयाल महिला (पीजी) काॅलेज में ‘‘वैल्यू एजेकुशन इन शेपिंग द माइण्ड‘‘ विषय पर एक अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीमती नेहा जैन मुख्य विकास अधिकारी ने अपने वक्तव्य में प्रारम्भिक शिक्षा को महत्व देते हुए बच्चों की मनोस्थिति पर प्रकाश डाला तथा उन्होंने बताया कि नैतिक शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल कराना बहुत ही सुखद है। किसी भी परिस्थिति में हमको अपने नैतिक मूल्यों में गिरावट नहीं लानी चाहिए। सेमिनार में लन्दन से शिरकत करने वाली मुख्य वक्ता डा. मनदीप राय ने कहा कि जो हमारे मूल्य हैं उनका हम क्रम निश्चिित करें। प्रत्येक संस्थान को अपने पाँच मूल्य विकसित करने चाहिए। अच्छी शिक्षा वही है जिसमें हमारे नैतिक मूल्य शामिल हों, कठिन परिश्रम, मेहनत व अनुभवों से ही जीवन में सुख समृद्धि प्राप्त होती है। इस अवसर पर उन्होंने अपनी पुस्तक वैल्यू कम्पास को प्रस्तुत किया जो बैस्ट सैलर में चयनित है। डा. निशा अग्रवाल ने कहा कि विकास प्राप्तिकरण में मूल्यों की स्थापना करते हए एकता व अखण्डता को आवश्यक तत्व बताया। संस्थान की अध्यक्षा श्रीमती माला रस्तोगी ने यूनाइटेड किंगडम, लन्दन से आनलाइन शिरकत कर सबका धन्यवाद दिया। तथा उन्होंने मुख्य वक्ता के विचारों से प्रभावित होकर यह घोषणा की कि वे अपने शिक्षण संस्थानों में पाँच मूल्यों को स्टाफ के साथ विचार-विमर्श करके निर्धारित करेंगी व सम्पूर्ण शिक्षा प्रणाली उसी पर आधारित होगी। कार्यक्रम का संयोजन व संचालन डा. राजश्री ने किया। कार्यक्रम के अन्त में सभी आगुन्तक अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन शिक्षा संकाय के निदेशक डा. पंकज कुमार मिश्रा ने किया। कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग श्रीमती श्वेता अग्रवाल व शब्बीर उमर ने दिया।
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