Wednesday, April 23, 2025
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शादी-पार्टी शुभअवसरों में हँसी ख़ुशी का माहौल बनाने वाले कलाकार के घर में अभी भी अंधेरा

कानपुर नगर, जन सामना। कोरोना काल में लगाए गए लॉकडाउन की मार हर किसी पर पड़ी है। मजदूर से लेकर व्यापारी तक सभी लोगों का काम इससे प्रभावित हुआ है, अनलॉक 4 में चीजें धीरे.धीरे ही सही लेकिन पटरी पर लौट रही है। माग़र अभी भी एक ऐसा वर्ग ऐसा है जिसको अनलॉक. 4 के बाद भी कोई राहत नही मिली है न ही अभी दूर दूर तक आशा की कोई किरण नज़र आ रही है। जिसके चलते इनपर संकट का बादल अभी भी मंडरा रहा है। लोगों के यहां शादी-पार्टी व अन्य शुभ अवसरों में हँसी ख़ुशी का माहौल बनाने वाले कलाकार जगत की जो कि अभी भी परेशान हैं। इन कलाकारों में महिला पुरुष गायक संगीत वाधक, म्यूजिशियन मंच संचालन करने वाले एंकर, डान्स ग्रुप, कॉमेडियन, साउंड सर्विसेस, इवेंट ऑर्गनाइज़ जैसी सेवाएं देने वाले प्रदेश के लाखों लोगों को अभी भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अनलॉक 4 में शादी समारोह सहित अन्य मांगलिक कार्यक्रमों की परमिशन तो मिली। लेकिन लिमिटेशन के साथ शादी समारोह सिर्फ 100 लोगो की परमिशन दी गयी है, ऐसे में इन लोगो को ऑर्डर नही मिल रहा है, जिसके चलते इन लोगों को घर चलाने में काफी दिक्कतें आ रही हैं, इनका मानना है कि ये लिमटेशन 100 से 300 लोगो की की जाए, और उन 300 मेहमानों की लिस्ट में इन सभी कलाकारों की गिनती न कि जाए, क्यों कि अचानक पड़ी इस आपदा से इन संगीत के क्षेत्रों से जुड़े कलाकारों को ये भी नही समझ आ रहा कि आखिर कब मुसीबतों के बादल इनकी ज़िन्दगी से छटेंगे और ये सब पहले जैसा सामान्य होगा और इनको फिर से काम मिलेगा। समस्त मांगलिक कार्यक्रम करने वाले शहर के बड़े आयोजको का कहना है कि आज सबसे बुरे हालतों में अगर कोई इंड्रस्ट्री है तो वो है इवेंट इंड्रस्ट्री मौजूदा हालात में सभी शुभ अवसरों में कार्य करने वाले इन सभी विधाओं के लोगों को इस वक़्त आपातकाल जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है, ये कलाकार वर्ग अब तक किसी भी सरकारी या गैर सरकारी सहायता प्राप्त करने के लिए कहीं पंजीकृत भी नही है, हालांकि इन कलाकारों की संस्था आर्टिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन उत्तरप्रदेश लगातार इनकी आवाज़ शासन प्रशासन से उठा रही है, लेकिन अब तक इन्हें कोई भी रास्ता नज़र नही आया है। जबकि समूचे भारत मे लाखों की संख्या में कलाकार अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। बावजूद इसके इस वर्ग पर कोई भी सरकार का ध्यानाकर्षित नही है। वही शादियों, बर्थडे पार्टी, मुंडन पार्टी, व अन्य मांगलिक कार्यक्रमों में एक इवेंट ऑर्गनाइज़र व अरेंजर की भूमिका निभाने वाले संजय अवस्थी, संजय सक्सेना, शुभांक गुप्ता, समेत दर्जनों आयोजकों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जितने ऑर्डर थे वो तो कैंसल हो गएए यहाँ तक पूर्व में लिया गया एडवांस भी पार्टी लड़ झगड़कर वापस करने का दबाव बनाती है, कार्यक्रम न होने से समस्त कलाकार व उनका परिवार बेहद परेशान है। कानपुर शहर से एंकर अनुराग श्रीवास्तव के द्वारा PMO व CM मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को मेल व पोर्टल के माध्यम से इस समस्या से अवगत कराया जा चुका है। जो कि दोनो की सरकारी कार्यालयों में स्वीकृति हो चुकी है, मगर अभी भी PMO व CM ऑफिस से कोई जवाब नही आने से कलाकार वर्ग निराश है। और इस मुसीबत का सामना अब भी कर रहा है। कलाकरों के इन हालातों पर शहर के मशहूर गायकों में शुमार संगीत तिवारी, संजय सक्सेना, सुबोध आर्या सहित देश विदेश में अपने गायन से जाने जाने वाले गायक महबूब आलम, धर्मेश यादव व दिनेश सिंह, सिंगर शिवि शुक्ला, मोहम्मद शारिक, आशीष गुप्ता ने ऐसे समय पर कुछ अन्य कलाकारों साथियों की आपसी मदद के साथ जो निम्न वर्ग के कलाकार है उन कलाकारों के घर प्रतिमाह जरूरत अनुसार राशन वितरण की योजना पर कार्य शुरू कर दिया है, जिनका मानना है कि सरकार जब इस कलाकारो की माली हालात पर ध्यानाकर्षित नही कर रही है, तो हम सभी कलाकारों को एक साथ आकार परेशानियों से जूझ रहे साथियों की मदद के लिए हाँथ बढ़ाना चाहिए। कलाकारो के वर्तमान की तो कलाकारों के अनुसार अब जब अनलॉक शुरू हो गया है, और अनलॉक अपने चौथे चरण में है तो ऐसे में भी कोई ऑर्डर या काम करने की कोई उम्मीद नज़र नही आ रही हैए पहले की तरह अब शादियां या अन्य कार्यक्रमों को धूमधाम से करने की परमिशन नहीं हो रही हैं। हम कलाकार मंच पर अपना हुनर दिखा कर अपना घर चलाते हैं, लेकिन इस लॉकडाउन ने हमारी कमर तोड़ कर रख दी है| अब जब सब कुछ पटरी पर लौट रहा है फिर भी हम कलाकारों को कोई उम्मीद नही नजर आ रही है| सरकार भी हम लोगों की ओर कोई ध्यान नही दे रही है। लोग दूसरों के घरो में तो खुशियो का माहौल बनाते हैं, लेकिन अब उनके घरों में दुखो की दस्तक हो चुकी है।