रसूलाबाद/कानपुर देहात, जन सामना संवाददाता। दो पक्षों के विवाद में पुलिस द्वारा एकतरफा कार्रवाई की जानकारी पर गांव पहुंच रहे सपाइयों को प्रशासनिक अधिकारियों ने रास्ते में ही रोक लिया और निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा देकर उन्हें वापस लौटाया।
विगत 17 सितंबर को रसूलाबाद थाना क्षेत्र के नौहानौ गांव में कुत्ते की मौत को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई थी। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था। मामले में पुलिस ने एक पक्ष के ऊपर मामला दर्ज किया। जिसमें 20 लोग अभियुक्त थे। वहीं दूसरे पक्ष का आरोप था कि पुलिस ने पक्षपात किया और एकतरफा मुकदमा दर्ज किया। इसी बात को लेकर सपाई नौहानौगांव में उस परिवार से मिलने के लिए जा रहे थे। जैसे ही प्रशासन को इस बात की भनक लगी तो मौके पर एसडीएम अंजू वर्मा व सीओ रामशरण सिंह पहुंचे। कटरा गांव में ही उन्होंने सपाईयों के काफिले को रोक दिया गया। साथ ही आश्वासन दिया कि मामले में निष्पक्ष कार्रवाई होगी। काफी कहने के बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता माने और फिर आगे नहीं गए। इस दौरान पूर्व विधायक कमलेश दिवाकर ने कहा कि नौहानौगांव में हुए विवाद में पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई की। इसको लेकर सपाइयों में खासी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि पुलिस भाजपा के लोगों के इशारों पर कार्य कर रही है और लोगों के साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस कितने भी मुकदमे क्यों न लिख दें, समाजवादी झुकने वाले नहीं। आप जितना दबाओगे सपाई उतना उठेंगे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता तब तक शांत नहीं रहेगा। जब तक यूपी में अखिलेश यादव की सरकार न बन जाए। इसके लिए जन जन तक पार्टी की नीतियां उपलब्धियां पहुंचाई जा रही हैं। वहीं वरिष्ठ सपा नेता पुष्पेंद्र यादव ने कहा कि प्रदेश में परिवर्तन की आहट आने लगी है। निश्चित रूप से अब जनता ने बदलाव का मन बना लिया है और आने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव की सरकार बनेगी। इस मौके पर प्रमुख रूप से शिक्षक सभा के जिलाध्यक्ष घनश्याम यादव, जिला कोषाध्यक्ष गोपाल गुप्ता, मटल्लू यादव, संजय चौहान, संदीप यादव, सूरज गुप्ता, यदुनाथ संखवार, गुड्डू यादव, संदीप कुमार, धीरज यादव, सुब्रत हलदर, मृदुल शुक्ला, सत्यम शुक्ला, उत्पल यादव, पंकज अग्निहोत्री, मनीष पाल, प्रशांत पाल, निखिल तिवारी सहित कई सपाई मौजूद रहे।