शिवली/कानपुर देहात, जन सामनासंवाददाता।सामुदायिक वक़्त की आवाज रेडियो स्टेशन के आठ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में अपने ही प्रांगण में वर्षगाँठ मनाई। सामुदायिक रेडियो वक्त की आवाज़ 91.2 एफ एम जमीनी स्तर पर काम कर रहा है। लोग स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक बुराइयों और मनोरंजन के कार्यक्रम को बड़े दिलचस्पी के साथ सुनते है। वक़्त की आवाज़ इसी तरह सरकारी योजनाओं और सामाजिक मुद्दों पर लोगो को अपने प्रोग्रामो से जागरूक करता आ रहा है। श्रमिक भारती द्वारा प्रोत्साहित वक़्त की आवाज़ के बारे में कोआर्डिनेटर राधा शुक्ला ने बताया, कि वक़्त की आवाज़ किस तरह समुदाय के साथ मिलकर काम करता है। कार्यक्रम समुदाय के लिए, समुदाय के द्वारा, बनाये जाते है। वक़्त की आवाज़ रेडियो स्टेशन के आठ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में श्रोताओ को बधाई दी । वक्त की अवाज़ के आर जे हरी पाण्डेय बताते है, कि कोरोना काल मे सबसे ज्यादा बच्चो की शिक्षा पर प्रभाव पड़ा, क्योकि ग्रामीण क्षेत्र में स्मार्ट फोन कम होने के कारण ऑनलाइन शिक्षा से बच्चे नही जुड़ पा रहे थे। तो बच्चो के लिए सामुदायिक रेडियो एक मात्र सहारा बना और रोजाना 30 मिनट के अपने खास प्रोग्राम अपनी पाठशाला से बच्चो तक हर विषय की पहुंच बनाई। इसी के साथ हरेंद्र कोठियाल जी बताते है कि कोरोना वायरस के बारे में समुदाय को सही और सटीक जानकारी अपने खास प्रोग्राम मिशन कोरोना से जन जन को जागरूक किया ।वक्त की आवाज के इन्ही सब खास और सामाजिक मुद्दों से जुड़े प्रोग्रामो के कारण 29 अगस्त 2019 में को सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने वक्त की आवाज़ को नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया था। इस मौके पर वक्त की अवाज़ की कोआर्डिनेटर राधा शुक्ला, हरेंद्र कोठियाल, करिश्मा, सुजाता, अंजली, कृपावती सहित आर जे हरी पाण्डेय मौजूद रहे।