Monday, November 18, 2024
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गौशालाओं में असंतोषजनक कार्य पाये जाने पर डीएम ने जताई कड़ी नाराजगी

हमीरपुर, अंशुल साहू। अन्ना गौवंशों के संरक्षण, संवर्धन व भरण पोषण के संबंध में जिला स्तरीय समिति की बैठक जिलाधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। इतना अधिक समय व्यतीत हो जाने के बावजूद जनपद की सभी गौशालाओं से अभी तक कँटीले तार की फिनिशिंग को हटाकर उसके स्थान पर नेट फिनिशिंग न कराने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए, सभी बीडीओ का वेतन रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत गौशालाओं से कँटीले तार को हटाकर उनके स्थान पर नेट फिनिशिंग ही कि जाये। इसके 100 प्रतिशत कार्य करने के पश्चात उसका सत्यापन करने के बाद ही बीडीओ का वेतन आहरित किया जाएगा। इसी प्रकार गौशालाओं के पर्यवेक्षण का कार्य ठीक ढंग से न करने पर जिलाधिकारी ने सभी पशु चिकित्सा अधिकारियों का वेतन रोकने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि 100 प्रतिशत अन्ना गौवंश गौशालाओ में ही संरक्षित होना चाहिए। निजी पशुपालकों की भी सूची बना ली जाये तथा अपने पशुओं को सड़कों पर अन्ना छोड़ने वालों पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कराई जाए। उन्होंने कहा की अन्ना गौवंशों के नस्ल सुधार हेतु कृत्रिम गर्भादान कराया जाय। 100 प्रतिशत पशुओं की ईयर टैगिंग की जाय। गौशालाओ के आसपास चारागाह को विकसित कर उसमें चारे के लिए हाथीघास तैयार की जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि सहभागिता योजना के अंतर्गत सुपुर्द किये गए 100 प्रतिशत गौवंशों का सत्यापन कर लिया जाय। उन्होंने कहा कि जिस ब्लाक मैं सहभागिता योजना के अंतर्गत सुपुर्द किए गए सभी गौवंशो का सत्यापन अब तक पूर्ण नहीं किया गया वहां के पशु चिकित्सा अधिकारी से स्पष्टीकरण प्राप्त किया जाए। कुपोषित बच्चों के मां-बाप को दी जाने वाली दुधारू गायों का चिन्हअंकन कर लिया जाए। अन्ना गौवंश हेतु भूसे का क्रय वित्तीय नियमानुसार ही किया जाए इसमें किसी भी प्रकार की अनियमितता पर एफ आई आर दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी गौशालाओं में शासनादेश के अनुसार 100 प्रतिशत अभिलेखीकरण होना चाहिए इसमें पशु आमद रजिस्टर, भूसा रिकॉर्ड सहित अन्य रिकार्ड अनिवार्य रूप से होने चाहिए तथा प्रत्येक माह इसका संबंधित खंड विकास अधिकारी व पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा 100 प्रतिशत सत्यापन कर उसकी रिपोर्ट नियमित रूप से दी जाए। गौशालाओं में गौउत्पाद यथा गोबर आदि को एकत्र कर वर्मी कंपोस्ट आदि के माध्यम से गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की कार्रवाई की जाए। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी कमलेश कुमार वैश्य, अपर जिलाधिकारी विनय प्रकाश श्रीवास्तव, ज्वाइंट मजिस्ट्रेटध् एसडीएम सदर संजय कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक एसके सिंह, पीडी चित्रसेन सिंह सहित बीडीओ, ईओ तथा अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।