राठ/हमीरपुर, जन सामना । गल्ला मंडी में पांचवें दिन भी गल्ला व्यापारियों हाथों में काली पटटी बांध हड़ताल जारी रखी। शनिवार को गल्ला व्यापारियों ने मंडी गेट पर खडे़ होकर प्रदर्शन किया। व्यापारियों का कहना था कि उप्र सरकार व्यापारियों की समस्याओं की अनदेखी कर रही है। पिछले पांच दिनों से लगातार प्रदेश की मंडियां बंद चल रहीं हैं। ऐसे में किसान भी अपना माल बेंचने के लिए परेशान हैं। उप्र उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष केजी अग्रवाल ने कहा कि मंडियां बंद होने से मजदूरों के सामने खाने की समस्या पैदा हो गई है। गल्ला मंडी में रोज कमाने और खाने वाले मजदूरों के घरों में चूल्हे तक नहीं जल पा रहे हैं। पांच दिनों से बंद चल रही मंडियों के बावजूद सरकार ने कोई निर्णायक कदम नहीं उठाया है। कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसान विरोधी अध्यादेश के चलते व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया है। कहा कि मंडी के अंदर और बाहर शुल्क एक जैसा होना चाहिए। जिससे किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य मिल सके। इस दौरान गल्ला व्यापारियों ने सरकार विरोध जमकर नारेबाजी की। बाद में राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन मंडी सचिव को सौंपा। प्रदर्शन के दौरान गल्ला व्यापार संघ के अध्यक्ष महेश चंद्र अग्रवाल, कच्चा आढ़ती संघ के अध्यक्ष भागवत प्रसाद, काशी प्रसाद गुप्ता, हरी प्रकाश गुप्ता, ब्रजेंद्र कुमार गुप्ता कक्कू, धरम पाल गुप्ता, कढ़ोरी गुप्ता, पदम सिंह, जगमोहन मुखिया, जयपाल सिंह, मनोज कुमार, हल्के राजपूत, रामस्वरूप, नृपत सिंह, पवन आदि व्यापारी मौजूद रहे।