चकिया/चन्दौली, दीपनरायण यादव। चकिया विकास खंड के ग्राम गढ़वा को राजस्व गांव का दर्जा दिए जाने, ग्राम पंचायत बलिया खुर्द व जोगिया कला से वनाअधिकार कानून के तहत दाखिल दावों कीअति शीघ्र सुनवाई किए जाने, किस्मती देवी पत्नी सुद्धू के खाते पर लगी रोक हटाये जाने तथा आवास की दूसरी किस्त का पैसा खाते में जारी किए जाने, ग्राम पंचायत जोगिया कला के मौजा ताजपुर में विक्रमा के खेत का समतलीकरण पर किए गए कार्यों की मजदूरी का भुगतान किए जाने, सरकारी नाली काटने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करते हुए किसानों के खेत की सिंचाई के लिए नाली का निर्माण कराए जाने, दिनेश, रमेश, उपदेश, विक्रमा, प्रदीप, शिवाजी के ऊपर फर्जी तरीके से लगाए गए धारा 107/116 को वापस किए जाने सहित तमाम मांगों को लेकर ताजपुर(गढ़वा)में 11 सितंबर से शुरू अनिश्चितकालीन धरने पर 18वें दिन भी तहसील प्रशासन के किसी भी अधिकारी के न पहुंचने से इनौस तथा खेग्रामस कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और चकिया तहसील प्रशासन का पुतला फूंका। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने “तहसील प्रशासन मुर्दाबाद” “हमारी मांगे पूरी करो” सहित तमाम नारे लगाए।
पुतला दहन के बाद संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि चकिया का तहसील प्रशासन इतना संवेदनहीन हो गया है कि लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलनरत लोगों से वार्ता करना भी जरूरी नहीं समझ रहा जिससे हमें इस तरह के आंदोलन में जाना पड़ रहा है। वक्ताओं ने आगे चेताया कि अगर तहसील प्रशासन अभी भी नहीं जागता है और आंदोलनकारियों से वार्ता नहीं करता है तो इससे भी तीखे आंदोलन किए जाएंगे।जिसकी सारी जिम्मेदारी तहसील प्रशासन की होगी। खेग्रामस तथा इनौस कार्यकर्ताओं ने गढ़वा धरना स्थल से बलिया खुर्द पंचायत भवन तक जुलूस निकाला तथा चकिया अहरौरा मार्ग पर पुतला दहन किया।जुलूस तथा पुतला दहन में भाकपा(माले) ब्लॉक लीडिंग टीम सदस्य तथा खेग्रामस जिला उपाध्यक्ष कामरेड विजई राम, इंकलाबी नौजवान सभा जिला संयोजन समिति सदस्य रमेश चौहान, ममता, अर्चना, किस्मती देवी, विदेशी राम, रमेश चौहान, शिवाजी, सुरेश चौहान, प्रदीप चौहान, राम विकास चौहान, उपदेश सहित तमाम लोग शामिल रहे।