हमीरपुर, अंशुल साहू। कोविड-19 एवं संचारी रोगों के संक्रमण से बचाव/नियंत्रण के दृष्टिगत जनपद के नोडल अधिकारी/महानिदेशक पर्यटन रवि कुमार एनजी ने आज स्वास्थ्य सुविधाओं, स्वच्छता एवं सेनेटाइजेशन पर जनपद की टीम-11 के साथ मुख्यालय स्थित सर्किट हाउस में चर्चा/समीक्षा की। बैठक में नोडल अधिकारी ने कहा कि जनपद स्तर के कोविड/कोरोना के डेटा को एनालाइज किया जाये तथा उसके अनुसार इसके रोकथाम हेतु रणनीति बनाकर प्रभावी प्रयास किया जाये। बुखार, जुकाम, खांसी के सभी मरीजों को ट्रैक कर उनका कोविड टेस्ट किया जाये तथा उनपर निगरानी रखी जाए। डेंगू तथा अन्य संक्रामक रोगों से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों/गांवों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसके नियंत्रण हेतु किये गए प्रयासों का विवरण तलब किया तथा इसके नियंत्रण हेतु सभी सम्भव प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पहले से ही विभिन्न बीमारियों से ग्रसित लोगों/मरीजो यथा अस्थमा, हार्ट के मरीज, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज व हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को चिन्हित कर उनको अलर्ट करें तथा उनमें कोविड-19 के जरा सा भी लक्षण आने पर तत्काल उनकी जांच की जाए तथा पॉजिटिव आने पर उनका इलाज प्राथमिकता से किया जाए। ज्ञात हो कि कोविड-19 महामारी का शुरुआत में ही पता चलने पर इसका इलाज संभव है देर होने पर इसमें मृत्यु दर बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक किया जाए कि अनावश्यक घर से बाहर ना निकले, घर से बाहर निकलने पर मास्क का प्रयोग करें तथा 2 गज की सामाजिक दूरी का अनिवार्य रूप से पालन करें। कोविड के संबंध में जन जागरूकता व बचाव के लिए वृहद स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाए। इस बीमारी को किसी भी दशा में छुपाया न जाये। नोडल अधिकारी ने कहा कि मरीजों की समय-समय पर काउंसलिंग कर उनको मानसिक तौर पर मजबूत किया जाए। 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को इस महामारी से अधिक प्रभावित होने की आशंका है। अतः ऐसे लोग विशेष तौर पर सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि जनपद में कोविड की मृत्यु दर न्यूनतम करने हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी संभव प्रयास किया जाए। जनपद में आरटीपीसीआर, एंटीजन व ट्रूनेट के माध्यम से अधिक से अधिक टेस्ट किया जाए। मरीजों में वायरल लोड बढ़ने से पहले ही ट्रैक कर हॉस्पिटलाइज करें तथा उनका इलाज आरंभ करें। उन्होंने कहा कि डाक्टरों द्वारा अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान दिया जाए तथा कोविड-19 अथवा संबद्ध हॉस्पिटल में कार्यरत चिकित्सा अधिकारियों द्वारा एन-95 मास्क का ही प्रयोग किया जाए। नोडल अधिकारी ने कहा कि कोविड अस्पतालों में सभी सीसीटीवी क्रियाशील रहे। सीसीटीवी के माध्यम से आने जाने वालों तथा वहाँ दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं पर नजर रखी जाए। कहा कि मरीजों की शत-प्रतिशत कांटेक्ट ट्रेसिंग व उनकी जांच हो। अधिक से अधिक लोगों में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कराकर उसको बार-बार एक्सेस कराया जाए। नियमित रूप से होम आइसोलेशन में रहने वालों का भौतिक सत्यापन व प्रतिदिन की रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड की जाए। नोडल अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 व संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्रों में नियमित रूप से साफ सफाई के विशेष अभियान चलाए जाएं तथा नियमित रूप से सैनिटाइजेशन, एंटी लारवा छिड़काव तथा फागिंग आदि का कार्य कराया जाए। सर्विलांस टीम द्वारा डोर टू डोर सर्वे किया जाये। एंबुलेंस व्यवस्था की समीक्षा करते हुए उसके रिस्पांस टाइम व एंबुलेंस की व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश दिए। अंत में नोडल अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 को छुपाया ना जाए। इसको छुपाने से रोग की घातकता बढ़ जाती है। इससे बचने का सतर्कता ही एकमात्र उपाय है। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि सोशल डिस्टेंसिंग का शत-प्रतिशत अनुपालन किया जाए। घर से बाहर निकलने पर मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग किया जाए अनावश्यक घर से बाहर न निकला जाए। इस मौके पर जिलाधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी, मुख्य विकास अधिकारी कमलेश कुमार वैश्य, अपर जिलाधिकारी विनय प्रकाश श्रीवास्तव, सीएमओ डॉ आर0के0सचान तथा अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।