Monday, November 18, 2024
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हाथरस आते राहुल, प्रियंका को पुलिस ने रोकाःसपाई गिरफ्तार

हाथरस, जन सामना। जनपद के थाना चंदपा क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी निवासी दलित बाल्मीकि समाज की बेटी के साथ हुई दरिंदगी व अमानवीय घटना के बाद गांव बूलगढ़ी को पुलिस प्रशासन द्वारा छावनी में तब्दील कर दिया गया है और पूरे जिले में धारा 144 लागू करते हुए जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। जनपद मुख्यालय के हाथरस शहर के तालाब चैराहा को भी पुलिस प्रशासन द्वारा छावनी में तब्दील कर दिया गया है। वहीं जिले की सीमाओं की नाकाबंदी करते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है और गाड़ियों की लगातार चेकिंग भी की जा रही है तथा आज बूलगढ़ी आ रहे, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी व राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को आज उत्तर प्रदेश दिल्ली की सीमा पर ही पुलिस प्रशासन द्वारा रोकने की कोशिश की गई और इसके बावजूद भी उक्त नेताओं द्वारा गाड़ी से उतरकर पैदल चलकर ही हाथरस आने की कोशिश करने के बाद पुलिस द्वारा उन्हें यमुना एक्सप्रेस वे पर ही रोक लिया गया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ व पुलिस प्रशासन के बीच भिड़ंत हो जाने से उनमें धक्का-मुक्की भी हो गई। वहीं उक्त धक्का-मुक्की में राहुल गांधी के भी चोटें आने की खबरें हैं। बूलगढ़ी प्रकरण को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कल ही पीड़ित परिवार के साथ बात कर मुआवजा एवं अन्य सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन देने का ऐलान किया गया है। वहीं आज बूलगढ़ी जाने की कोशिश कर रहे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी पुलिस प्रशासन ने रोक लिया और उन सभी को गिरफ्तार कर कस्बा सादाबाद में बनाई गई एक स्कूल की अस्थाई जेल में रखकर उन्हें निजी मुचलका पर रिहा किया गया है।
जनपद के थाना चंदपा क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी निवासी दलित बाल्मीकि समाज की बेटी के साथ हुई दरिंदगी व उसकी मौत को लेकर जहां आम जनों में भारी आक्रोश है। वहीं राजनीतिक दलों में भी आक्रोश है तथा आरोप है कि पुलिस प्रशासन द्वारा बेटी के शव को रात्रि को 2.30 बजे परिवारीजनों की बिना अनुमति के ही अंतिम संस्कार किए जाने से आक्रोश और ज्यादा फैल गया है। बूलगढ़ी प्रकरण को लेकर आज कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी व कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अपने तमाम कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली से हाथरस आने के लिए निकले और उनके आने की सूचना पाकर उत्तर प्रदेश पुलिस अलर्ट हो गई और उक्त दोनों नेताओं को उत्तर प्रदेश व दिल्ली की सीमा पर ही रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अपनी-अपनी कारों से उतर कर पैदल ही यमुना एक्सप्रेस वे पर चलने लगे तो उनके साथ कार्यकर्ताओं का भारी काफिला भी चलने लग गया और कुछ समय बाद पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें रोकने की कोशिश करते हुए उन्हें रोका गया और इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं व पुलिस प्रशासन में धक्का-मुक्की हो जाने से कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी धक्का-मुक्की की चपेट में आ गए और उनके जमीन पर गिर जाने की खबरें हैं। जिससे वह चोटिल भी हो गए। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के हाथरस आने की सूचना पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य डीएनडी टोल प्लाजा पर पहुंच गये थे, जहां से उन्होंने फोन पर बताया कि राहुल गांधी व प्रियंका गांधी को गिरफ्तार कर लिया गया है और गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार लल्लू वही धरने पर बैठ गये हैं। बूलगढ़ी प्रकरण को लेकर आज समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा भी बूलगढ़ी जाने की कोशिश की गई। लेकिन सपा कार्यकर्ताओं को प्रशासन द्वारा बूलगढ़ी में प्रवेश नहीं करने दिया गया और बाहर बने वेरीकेटिंग पर रोककर सभी कार्यकर्ताओं को एक बस में भर कर वापस भेज दिया गया। बताया जाता है सपा कार्यकर्ताओं की बस जब बूलगढ़ी से चंदपा आ रही थी तो रास्ते में अज्ञात अराजक तत्वों द्वारा बस पर पथराव कर दिया गया। जिससे कई सपा कार्यकर्ता घायल हो गए और पथराव के बाद सपा कार्यकर्ताओं द्वारा थाना पहुंच कर पुलिस को शिकायत दर्ज कराई गई है। उक्त शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद सपा कार्यकर्ताओं को बस में भरकर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा, सादाबाद एसडीएम द्वारा सादाबाद की एक अस्थाई जेल स्कूल में ले जाया गया, जहां पर सपा कार्यकर्ताओं को बंद करने के कुछ समय बाद निजी मुचलकों पर रिहा कर दिया गया। सपा कार्यकर्ताओं की बूलगढ़ी जाते समय पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई और इस दौरान जमकर नारेबाजी भी की गई। जबकि मौके पर भारी पुलिस बल एवं पीएसी तैनात है।
उक्त प्रदर्शन व गिरफ्तारी देने वालों में सपा नेता अतुल प्रधान, पूर्व विधायक देवेन्द्र अग्रवाल, पूर्व विधायक ठाकुर राकेश सिंह, एमएलसी जसवंत सिंह यादव, पूर्व जिला अध्यक्ष ओमवती यादव, सपा नेता रामनारायण काके, मूलचंद निम, पूर्व जिला अध्यक्ष चौधरी भाजुद्दीन, जिला महासचिव जैनुद्दीन मोंटू आदि के अलावा सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे। दलित बेटी के साथ घटित घटना के बाद प्रशासन द्वारा जनपद में धारा 144 लागू कर दी गई है और जिले की सभी सीमाओं को भी सील कर दिया गया है। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार द्वारा जनपद में धारा 144 लागू करते हुए इसे 31 अक्टूबर तक लागू किया गया है। साथ ही सीमाओं को सील करते हुए सीमाओं पर बाहर से आने वाले लोगों व उनकी गाड़ियों की चेकिंग भी की जा रही है। जबकि तालाब चौराहा पर प्रदर्शन करने वालों पर निगाह रखने के लिए तालाब चैराहों को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि गांव बूलगढ़ी में मीडिया को भी जाने से रोका गया था, जिससे मीडिया कर्मियों में भी भारी आक्रोश व्याप्त हो गया है।