Saturday, June 7, 2025
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उत्तर प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को सुधारने व हाथरस पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग

हमीरपुर, अंशुल साहू। दलित व बाल्मीकि समाज के लोगों ने महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार को संबोधित उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था समाप्त होने एवं हाथरस की बेटी का रेप व हत्या की घटना से उसे न्याय मिलने के संबंध में 6 सूत्रीय ज्ञापन कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी को सौंपा है। उन्होंने बताया कि 14-09-2020 को हाथरस में अनुसूचित जाति की बेटी के साथ चार दबंगों ने गैंगरेप किया और उसके बाद उसकी गर्दन व रीढ़ की हड्डी तोड़ दी। 29-09-2020 को पीड़िता की मृत्यु होने के बाद उसके पार्थिव शरीर को परिवार को न देकर बेरहमी से आधी रात को जलाकर सबूतों को समाप्त कर दिया गया। उन चार दबंगों पर सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में सीबीआई जांच करवा कर अपराधियों को फांसी की सजा दिलवाने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने कहा कि पीड़िता के परिवार को वाई श्रेणी सुरक्षा प्रदान की जाए तथा हाथरस जिला अधिकारी को बर्खास्त किया जाए। उन्होंने सरकार से निवेदन किया, और कहा है कि अपराधियों को अमानवीय घृणित कृत करने पर फांसी की सजा देकर संविधान को जिंदा रखना आवश्यक है। अन्यथा समझा जाएगा कि संविधान का गला घोट आ जा रहा है। आज उन्होंने कहा कि इनके विरुद्ध कार्यवाही व हमारी मांग पूरी न होने की दशा में हम बाल्मीकि समाज सफाई कार्य व अन्य कार्य भी अनिश्चित काल के लिए बंद करेंगे, अनशन करेंगे और अग्रिम कार्यवाही के लिए बाध्य होंगे। ज्ञापन देते समय कुरारा की पूर्व चेयरमैन माया बाल्मीकि, ऋषभ राज बाल्मीकि, बृजेश कुमार, आकाश, रॉबिन, सूरज, सानू, कमलेश, जितेंद्र, अरमान, रोहित कुमार, रूपन राय, प्रेम, अरुण कुमार, राहुल, विनोद, रवि कुमार, सालिकराम, संजय, दिनेश कुमार भारती, दीपक, मोहित, स्नेहा, पूनम, ममता, राम बाबू, सचिन, पंकज, जीतेंद्र आदि अन्य सैकड़ों बाल्मीकि समाज के लोग व महिलाएं उपस्थित रहीं।