सुमेरपुर/हमीरपुर, जन सामना। ग्राम देवगांव में समोसा खाने के बाद फूड प्वाइजइनिंग के शिकार हुए 32 लोग उपचार के बाद सकुशल स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट आए हैं। समोसा की दुकान का मालिक अभी पुलिस हिरासत में है। पुलिस अभी किसी की तहरीर आने का इंतजार कर रही है ताकि कार्यवाही की जा सके। किंतु गांव में समोसा के कारण एक साथ एक ही मुहल्ले के 32 लोंगो को हुई फूड प्वाइजइनिंग को लेकर तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। लोगों का कहना है कि यह घटना किसी साजिस का हिस्सा तो नहीं है क्योकि समोसा पूरे गांव ने खाए थे लेकिन उसका प्रतिकूल प्रभाव सिर्फ एक ही स्थान पर दिखाई दिया है। गौरतलब है कि कल्लू समोसा वाले के समोसा खाने के बाद देवगांव के 32 लोग फूड प्वाइजइनिंग के शिकार हो गए थे गांव में हड़कंप मच गया था। सभी लोग एंबुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सुमेरपुर से सदर अस्पताल में भर्ती कराए गए थे। उपचार के बाद सभी लोग स्वस्थ होकर घरों को लौट आए हैं। घटना की खबर पाकर खाद्य सुरक्षा विभाग ने समोसा व चटनी के नमूने जांच हेतु लिए थे। जांच रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है। उधर सूचना पाकर पुलिस ने दुकान मालिक कल्लू प्रजापति को हिरासत में ले लिया था। पुलिस का कहना था कि शिकायत मिलने पर कार्यवाही की जाएगी। तहरीर का इंतजार हो रहा है मगर समाचार लिखे जाने तक किसी ने तहरीर नहीं दी थी। गांव में समोसा से पनपी बीमारी को लेकर तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। कुछ लोगों का कहना है कि समोसा पूरे गांव ने खाए थे। जहां बालू की डंप है वहां भी यही समोसे बेंचे गए थे मगर कही कुछ नहीं हुआ लेकिन सिर्फ एक मुहल्ले में 32 लोग फूड प्वाइजइनिंग के शिकार हो गए यह किसी शरारत का नतीजा हो सकता है। कुछ लोगों का यह भी कहना था कि कल्लू समोसा वाले की दुकान बहुत चलती है दिन भर में सुबह से लेकर शाम तक हजारों समोसे बिक जाते हैं। यदि समोसा खराब होते तो अधिक लोगों को बीमार होना चाहिए मगर ऐसा नहीं हुआ तो यह घटना समोसा के माध्यम से उसे बदनाम कर उसकी बिक्री को कमजोर करने की सोची समझी रणनीति भी हो सकती है।