सादाबाद/हाथरस, जनसामना। अभी थाना चंदपा क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी का प्रकरण ठंडा भी नहीं हुआ था उससे पहले ही आज एक और मासूम बेटी के साथ दरिंदगी का मामला सामने आया है और इस दरिंदगी के मामले में समाज के बीच बने रिश्ते भी आज तार-तार हो गए हैं और बेटी के साथ दरिंदगी के साथ ही बेटी की उपचार के दौरान दर्दनाक मौत हो जाने से पूरे क्षेत्र में जहां भारी सनसनी व कोहराम मच गया है। वहीं घटना से आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों द्वारा बालिका के शव को सड़क पर रखकर जाम लगाते हुए भारी हायतौबा व हंगामा किया गया। जबकि अलीगढ़ प्रशासन द्वारा मृतका के परिवार को मुआवजा की घोषणा के साथ ही लापरवाही बरतने पर कोतवाली इगलास के कोतवाल को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं घटना की सूचना पाकर मौके पर प्रशासन व पुलिस के आला अधिकारियों के अलावा तमाम राजनेता व नेता पहुंच गए तथा पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराते हुए मृतका के शव का अंतिम संस्कार कराया गया है। जबकि आरोपी को भी गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के उपरांत उसे बाल सुधार गृह भिजवाया गया है। सादाबाद क्षेत्र के एक गांव निवासी एक व्यक्ति की पत्नी का लगभग 7 माह पूर्व निधन हो गया था और उसकी छोटी-छोटी दो पुत्रियां और दो पुत्र जिनमें 3 वर्षीय पुत्री, 13 वर्षीय पुत्री, 2 पुत्रों में से मृतका की बहन अपने साथ करीब 3 माह पूर्व दो पुत्रियों को ले गई थी और परिजनों से कहा था कि उसके बेटे की शादी है और वह उसकी दोनों पुत्रियों की वह इनकी अच्छी तरह से परवरिश करेगी। बताते हैं आरोपी सगी मौसी द्वारा एक पुत्री को जहां खाना नहीं दिया जाता था व उसे बाथरूम में बंद कर दिया जाता था और उसे प्रताड़ित किया जाता था। जबकि आरोप है कि रिश्ते की मौसी की देखरेख में मौसी के बेटे द्वारा मासूम 4 वर्षीय पुत्री के साथ गलत काम किया गया और उसकी सूचना परिजनों को नहीं दी गई तथा पीड़िता बेटी के पिता को गांव के लोगों से पता चली तो वह तत्काल मौके पर पहुंच गए और बेटी को तत्काल उपचार हेतु अलीगढ़ के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। घटना की रिपोर्ट मृतका मासूम बालिका के पिता ने कोतवाली इगलास में दर्ज कराते हुए कहा है कि उसकी बेटी की मौसी मीनेश देवी पत्नी रमाकांत व उसके पुत्र कृष्णा निवासीगण गांव भगत पिथैर थाना इगलास जिला अलीगढ़ द्वारा उसकी पुत्री के साथ मीनेश के पुत्र द्वारा उसकी देखरेख में दुष्कर्म किया गया तथा उसे घटना की सूचना नहीं दी गई। वहीं बालिका को बाथरूम में बंद कर दिया गया था और उसे गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस ने बालिका को तत्काल मलखान सिंह हॉस्पिटल अलीगढ़ में भर्ती कराया गया। बालिका की हालत गंभीर होने पर उसे अलीगढ़ मेडिकल से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां पर बालिका की उपचार के दौरान मौत हो गई। बालिका की मौत की खबर से पूरे क्षेत्र में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया और परिजन कल देर रात शव को लेकर घर आ गए। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा आज बल्देव खंदौली रोड पर सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया और जमकर हायतौबा भी की गई और घटना की सूचना पाकर मौके पर एडीएम जेपी सिंह, एसडीएम राजेश कुमार, नायब तहसीलदार राकेश कुमार सिंह, सीओ ब्रह्म सिंह, कोतवाली प्रभारी डीके सिसोदिया के अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष विनोद उपाध्याय, पूर्व ब्लाक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय, सत्येंद्र शर्मा, खादी ग्राम उद्योग के सदस्य महेंद्र सिंह आचार्य, पूर्व विधायक देवेंद्र अग्रवाल, पूर्व सपा जिला अध्यक्ष चौधरी भाजुद्दीन, सपा जिला महासचिव जैनुद्दीन चौधरी आदि तमाम नेता भी पहुंच गए। वहीं पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों एवं राजनेताओं द्वारा परिजनों को समझाने बुझाने व कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद ही जाम को खुलवाया जा सका और पुलिस की मौजूदगी में बालिका का अंतिम संस्कार कराया गया। जनपद के पुलिस कप्तान विनीत जायसवाल का कहना है कि कोतवाली सादाबाद क्षेत्र के गांव निवासी 4 वर्षीय बालिका जो कि विगत कुछ समय से अपनी मौसी के यहां थाना इगलास क्षेत्र के गांव में रह रही थी और वहां पर मौसी के बेटे द्वारा बालिका के साथ दुष्कर्म किया गया। उक्त घटना की रिपोर्ट कोतवाली इगलास में दर्ज करा दी गई है तथा इगलास पुलिस द्वारा तत्काल नामजद मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर बाल अपचारी को बाल सुधार गृह मथुरा भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान पीड़िता की मृत्यु के उपरांत पीड़िता के परिजन शव को अपने गांव ले आए। जहां आज सुबह परिजनों द्वारा उसका अंतिम संस्कार किया गया है और उक्त प्रकरण में अलीगढ़ पुलिस द्वारा वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।घटना को लेकर अलीगढ़ के जिलाधिकारी का कहना है कि उक्त घटना में सगे मौसेरे भाई ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है और मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर बाल सुधार गृह भेज दिया गया है तथा घटना की रिपोर्ट भी दर्ज है और पीड़ित परिवार को पास्को एक्ट के तहत 10 लाख रूपये की धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि उक्त मामले में लापरवाही बरतने पर कोतवाली इगलास के प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है।