केन्द्रीय मंत्री, कम्युनिस्ट पहुंचे: घटना की ली जानकारी
एसआईटी की जांच पड़ताल जारीःन्यायिक अधिकारी भी पहुंचे पीड़िता के घर
हाथरस, जनसामना। थाना चंदपा क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी निवासी दलित बेटी गुड़िया के साथ घटित घटना के बाद गांव में सियासतदानों का जमावड़ा आज भी जारी रहा और आज केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले के अलावा कम्युनिस्टों की टीम भी गांव बूलगढ़ी पहुंची और पीड़ित परिवार से मिली। जबकि एसआईटी की टीम आज पांचवीं बार अपनी जांच के लिए गांव में पहुंची। वहीं हाईकोर्ट द्वारा उक्त घटना का संज्ञान लिए जाने पर जनपद न्यायालय के अधिकारियों की टीम भी घटना की जांच पड़ताल के लिए गांव व पीड़िता के घर पहुंच गई और इनके अलावा देशभर से तमाम राजनीतिक, सामाजिक, एनजीओ व अन्य संगठनों के नेताओं व पदाधिकारियों का भी आना जाना लगा रहा। जबकि बूलगढ़ी पूरी तरह से छावनी में तब्दील है। चंदपा क्षेत्र का गांव बूलगढी इस समय पूरे देश में भारी चर्चाओं में है और पूरे देश की मीडिया गांव बूलगढ़ी में उक्त घटना की कवरेज कर रही है। जबकि उक्त घटना में सियासतदान भी घटना की जानकारी लेने के लिए पहुंच रहे हैं और सियासत कर रहे हैं। वहीं आज गांव बूलगढ़ी में पीड़िता बेटी के परिजनों से मिलने के लिए केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास अठावले भी पहुंचे और पीड़िता के परिजनों से मिले तथा उन्होंने घटना के बारे में पूर्ण जानकारी लेने के बाद परिवार को न्याय व इंसाफ के लिए आश्वस्त किया। वहीं आज गांव बूलगढी में कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं का भी एक प्रतिनिधि मंडल पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए पहुंचा और इस प्रतिनिधि मंडल में सीपीआईएम के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा, सीपीआई एम पोलित ब्यूरो की वृंदा करात आदि पदाधिकारी प्रतिनिधि मंडल मिलने के लिए परिवार के पास पहुंचे और उक्त नेताओं द्वारा पीड़िता के पिता, माता, भाई, बहन, भाभी आदि से मुलाकात कर घटना के बारे में जानकारी ली और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए आश्वस्त किया। बूलगढ़ी प्रकरण को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जहां शुरुआत में ही एसआईटी टीम गठित कर घटना की एसआईटी जांच कराई जा रही है। वहीं इसी दरमियान उन्होंने घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश की गई है। आज गांव में एसआईटी टीम पांचवीं बार पहुंची और एसआईटी टीम ने आज मृतका के घर तथा मृतका का जहां अंतिम संस्कार किया गया उक्त श्मशान स्थल व घटना स्थल आदि स्थानों का फिर से जांच पड़ताल की गई। उक्त घटना का हाईकोर्ट द्वारा स्वयं संज्ञान लिए जाने पर आज जनपद न्यायालय के अधिकारियों की टीम भी गांव बूलगढी पहुंची और न्यायिक अधिकारियों की टीम में हाईकोर्ट के निर्देश पर अपर जिला जज, सीजेएम सहित कई न्यायिक अधिकारी घर और गांव पहुंचे और परिजनों से मिलकर घटना के बारे में जानकारी ली गई तथा न्यायिक अधिकारियों ने भी घटना की जानकारी लेते हुए उसे नोट कर हाईकोर्ट को अवगत कराएंगे। जिससे कि जांच व न्याय प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही न हो।गांव बूलगढी में पीड़िता के साथ घटी घटना के बाद तमाम सियासत करने वाले नेताओं का जमावड़ा जारी है और आज भी देश के विभिन्न स्थानों से तमाम राजनैतिक व सामाजिक संगठनों, एनजीओ के पदाधिकारी व नेता कर गांव पहुंचे तथा परिजनों से मिलकर घटना के बारे में जानकारी ली गई। गांव बूलगढ़ी प्रकरण को लेकर उक्त मामला पूरे देश में इस समय सुर्खियों में छाया हुआ है और इसको स्थानीय मीडिया से लेकर राष्ट्रीय मीडिया तक कवर कर रही है। जबकि उक्त घटना पर प्रदेश ही नहीं केंद्र सरकार भी नजर बनाए हुए है। पूरे गांव बूलगढ़ी को प्रशासन द्वारा छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इसके साथ ही जनपद में धारा 144 लागू है और जिले की सभी सीमाओं पर भी सघन चेकिंग चल रही है तथा जिले के पुलिस व प्रशासनिक आला अधिकारियों के अलावा विभिन्न जिलों से आए पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों को तैनात किया गया है। जबकि बूलगढी में सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी आईजी व डीआईजी द्वारा की जा रही है। वहीं पीड़िता के घर पर भी भारी पुलिस व्यवस्था की गई है और परिजनों को अंगरक्षक भी प्रदान किए गए हैं।