सुमेरपुर/हमीरपुर, जन सामना। सुमेरपुर विकास खंड के ग्राम बिदोखर की पुरई ग्राम पंचायत अंतर्गत आने वाली उक्त गांव की पश्चिम दिशा की ओर पाटनपुर मार्ग में मिलने वाली 600 मीटर सड़क का निर्माण गत पिछले से वर्ष से चल रहा था। लेकिन कोरोना काल में लगभग तीन महीने निर्माण कार्य ठप होने बाद जब निर्माण कार्य चालू कराने की बात फिर सामने आई तो ठेकेदारों ने 600 मीटर सड़क में कटौती करते हुए 120 मीटर सड़क में बिछी बिछाई गिट्टी, मौरम, डस्ट, सीमेंट आदि को ठेकेदारों के निर्देशानुसार जेसीबी मशीन कर्मी सड़क को उखाड़ने लगे। जिसमें ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए निर्माणाधीन सड़क को उखाड़ने का कारण पूछने पर ठेकेदार प्रमोद तोमर ने बताया था कि पहले विधायक निधि व बुंदेलखंड विकास निधि के तहत बननी थी, सड़क को बनवाया जा रहा था। निर्माण पूरी सड़क में होना तय था। लेकिन कुछ महीने कार्य ठप होने के पश्चात जब पता चला कि हमको पूरी सड़क बनाने का स्टीमेट नहीं मिल पा रहा है, बहुत कहने पर भी बात नहीं बनी। तब स्थानीय लोग सहित ग्रामीण आक्रोशित हो उठे थे व इसके सहित ग्रामीणों ने जमकर हंगामा भी काटा था। जिसमें विधायक के हस्तक्षेप से मामले को एक सप्ताह के लिए टाल दिया गया था। लेकिन फिर भी फैसला ग्रामीणों के पक्ष में नहीं आया। 120 मीटर सड़क उखाड़ दी गई और बाकी की सड़क निर्माण पूरा करवा दिया गया था। गौरतलब है कि ग्रामीणों ने फिर से अधूरी पड़ी 120 मीटर सड़क के निर्माण को पूरा करवाने की बात कही है। बिदोखर पुरई निवासी आचार्य अखिलेश द्विवेदी ने बताया कि इस सड़क के निर्माण के लिए कई वर्षों पश्चात सुनहरी बेला आई थी जिसे सुन स्थानीय लोग व ग्रामीण बड़ा खुश थे। उनके के मन से प्रसन्नता के भाव झलक रहे थे। लेकिन दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि सड़क का निर्माण तो हुआ लेकिन अधूरा उन्होंने कहा कि इस विषय की शिकायत मैंने ग्रामीणों के साथ पूर्ण सड़क निर्माण की अगुवाई करते हुए शासन प्रशासन सहित सांसद, एमएलसी, जिलाधिकारी, सहित अन्य आला अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर सड़क का निर्माण पूरा जाने के लिए पुरजोर कोशिश की थी। जिसमें फैसला आना अभी बाकी है अब ये वक्त पर पता लगेगा कि क्या होता है। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य रहे सुनील सितारे ने बताया कि मैंने गांव की इस उक्त सड़क के लिए शुरू से ही आवाज उठाई थी। जब में अपने पद पर कार्यरत था जिसमें ग्रामीणों ने भी मेरा जमकर साथ दिया था एवं कई बार सदर एसडीएम, डीएम, जिला विकास अधिकारी, सहित अन्य कद्दावर नेताओं से इस सड़क के मार्ग निर्माण की मांग की थी। जिस पर लगभग 1 वर्ष के बाद सड़क को बुंदेलखंड विकास निधि के तहत के पास किया गया था एवं निर्माण कार्य भी चालू करवा दिया गया था। उन्होंने कहा कि हम इस अधूरी पड़ी सड़क के लिए फिर से उपरोक्त सभी जगहों पर मांग करेंगे एवं चुनावी दौर में भी इस मुद्दा को उठाया जाएगा। अगर वक्त पर जरूरत पड़ी तो धरना प्रदर्शन सहित सरकार व शासन-प्रशासन का विरोध भी जताया जाएगा।