मौदहा/हमीरपुर, जन सामना। कोविड 19 मे लगी ड्यूटी के दौरान संक्रमित हुए कर्मचारियों की मौत को लेकर उनके परिवारों को पचास लाख रुपये मुआवजा देने और पचास साल की सेवा समाप्ति के विरोध को लेकर आज कस्बे के सरकारी अस्पताल में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की बैठक आयोजित की गई।बैठक में कहा गया है आगामी 14/10/2020 को सारे देश में(इप्सेफ) इण्डियन पब्लिक सर्विसेज इम्प्लाइज फेडरेशन के आह्वान पर किए जा रहे एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन के संदर्भ में तहसील मुख्यालय में अजय कुमार निगम मण्डल अध्यक्ष राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में कोविड 19के दिशानिर्देश का पालन करते हुए आगामी 14/10/2020 को जिला मुख्यालय में एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन के उपरांत जिलाधिकारी हमीरपुर को कर्मचारियों की विभिन्न प्रकार की समस्याओं जैसे पचास साल की आयु के बाद कर्मचारियों को जबरस्ती सेवा मुक्त करना एवं कोविड 19की ड्यूटी में लगे डाक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ जो ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित होकर मृत्यु को प्राप्त हो चुके हैं। उनके आश्रितों को पचास लाख रुपये तथा परिवार से एक सदस्य को सरकारी नौकरी के साथ ही निजीकरण समाप्त किया जाये। संविदा एवं आउट सोर्सिंग कर्मचारियों को नियमित किया जाये।तथा वेतन विसंगतियों को दूर किया जाये। तथा पुरानी पेंशन बहाली की जाये। आदि मांगों का प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा जाएगा।जिससे कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण हो सके। बैठक में अजय कुमार शिवहरे संयोजक राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद डिप्लोमा फार्मासिस्ट जिला मंत्री, रामजीवन सोनी अध्यक्ष उप्र बेसिक हेल्थ वर्कर एसोसिएशन हमीरपुर, डेंटल हाईजेनिस्ट संघ के रवि कुमार सिंह, मात्र शिशु कल्याण संघ जिला अध्यक्ष ऊषा कुशवाहा, लैब टेक्नीशियन संघ के अभिषेक दुबे, चतुर्थ श्रेणी संघ के काशिफ महमूद सहित अन्य विभागों के कर्मचारी मौजूद रहे।