हमीरपुर, अंशुल साहू। किशनू बाबू शिवहरे महाविद्यालय सिसोलर में विमर्श विविधा के अंतर्गत सामयिक संदर्भ के तहत कोरोना वायरस का एक सशक्त माध्यम हस्त प्रक्षालन जैसे महत्वपूर्ण दिवस 15 अक्टूबर पर कॉलेज के प्राचार्य डाॅ0 भवानीदीन ने कहा की हमारे हाथ ही हमारे भविष्य हैं स्वच्छता का जीवन में निरपेक्ष महत्व है, इससे बीमारी दूर रहती है, और हमारा बजट भी हमारे नियंत्रण में रहता है, आज वैश्विक महामारी को देखते हुए यह दिवस बड़ा महत्वपूर्ण है। जागरूकता फैलाने का या उसे प्रसारित करने का यह एक सशक्त माध्यम है। आज विश्व हस्त प्रक्षालन दिवस पर हाथों की सफाई ,हाथों की धुलाई पर फोकस किया जा रहा है। हाथ धोने का भी एक ढंग होता है, इससे संक्रमण नहीं फैलता है और बीमारी से बचाव होता है। इस दृष्टि से अगर देखा जाए तो यह बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है और इसकी उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए। हाथों को धोने से सन्क्रमण नहीं होता है। इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। हस्तप्रक्षालन दिवस 2008 से मनाया जाता है। यह दिवस हर वर्ष 15 अक्टूबर को मनाया जाता है। जिसमें 100 देश और दो सौ मिलियन लोग शामिल होते है। कार्यक्रम में डा0 श्याम नारायण, डॉ0 लालता प्रसाद प्रदीप कुमार यादव, आरती गुप्ता, अखिलेश सोनी, हिमांशु प्रताप सिंह, देवेंद्र त्रिपाठी, सुरेश सोनी आनंद, प्रत्यूष त्रिपाठी, गनेश शिवहरे, राकेश यादव, गंगादीन, राजकुमार गुप्ता, राम प्रसाद सहित आदि अन्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डा0 रमाकांत पाल ने किया।