मौदहा, हमीरपुर। सुमेरपुर में डेंगू के प्रकोप के बाद अब कस्बा मौदहा में डेगूं ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। जिससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हैए अभी तक लोग कोरोना से परेशान थे अब डेंगू ने उनके दरवाजे में दस्तक दे दी है। कस्बा के नई बस्ती उपरौस वार्ड 14 में अभी कुछ दिनों पहले एक मासूम को डेंगू हो गया था। जिसे कानपुर ले जाया गया। वहीं अब उसी मोहल्ले की एक महिला की डेंगू की चपेट में आकर जान चली गयी। और एक बालिका की टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। जिससे पूरे मोहल्ले वासी सकते में हैं। शासन के अथक प्रयासों के बाद भी स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही से सरकार की छवि धूमिल हो रही है। सरकार द्वारा लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी नतीजा कुछ नहीं निकल रहा है। समय समय पर सरकार द्वारा विभिन्न अभियान चला कर इन जैसे रोगों से छुटकारा दिलाने के मकसद से योजनाएं निकाली जाती हैं। संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान अभी खत्म नहीं हुआ है। यहां के आलाधिकारी सिर्फ कागजों में यह अभियान शुरू करते और कार्यवाही दिखाते हैं। ना तो दवा का कहीं छिड़काव होता है, और न ही सही ढंग से साफ सफाई। स्थानीय प्रशासन सरकार की योजनाओं स्वच्छ भारत मिशनए संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। यह अभियान सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रह गया है। पड़ोसी कस्बे सुमेरपुर के हाल से शायद सभी कोई वाकिफ है कि किस तरह डेंगू से वहां कइयों की मौत हो गयी हैए परन्तु इससे भी प्रशासन नहीं चेत रहा है। मौदहा कस्बे के वार्ड 14 नई बस्ती उपरौस मोहल्ले में अभी कुछ दिनों पहले एक बच्चे को डेंगू हो गया थाए जिसका कानपुर में इलाज चलने के बाद उसकी हालत में सुधार हुआ है, परंतु इसके इलाज में बेचारे गरीब को कर्ज लेना पड़ा। वहीं बीते तीन दिन पूर्व उसी मोहल्ले की अरफा 26 पत्नी जमीलुद्दीन को बुखार आयाए जिसकी जांच में डेंगू की पुष्टि हुई। जिसे परिजन आनन फानन में इलाज के लिए कानपुर ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। जिससे परिजनों में कोहराम मच गया, मृतक की दो मासूम पुत्रियां हैं। जिनके सर से उनकी माँ का साया उठ गया।