शिक्षा व श्रम नीति में खामियां, पिछड़ों को दें आरक्षण
हाथरस, जन सामना। जन अधिकार पार्टी द्वारा केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि अध्यादेश, नई शिक्षा नीति व श्रम नीति की खामियों व प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों, डीजल पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी को वापस लेने एवं सरकार द्वारा पिछड़े वर्ग का आरक्षण समाप्त किए जाने व क्रीमी लेयर व्यवस्था लागू करने के विरोध में राष्ट्रपति के नाम उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया और जनहित में मांग की गई।
जन अधिकार पार्टी के जिलाध्यक्ष राजीव कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम उप जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था, महंगाई एवं आरक्षण समाप्त किए जाने व क्रीमी लेयर की व्यवस्था लागू किए जाने की भागीदारी संकल्प मोर्चा के आव्हान पर जन अधिकार पार्टी द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है और प्रदेश में चारों तरफ पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों पर हर रोज हत्या, लूट, बलात्कार और आगजनी की घटनाएं हो रही हैं। प्रदेश सरकार का प्रशासन से नियंत्रण बिल्कुल खत्म हो गया है तथा डीजल, पेट्रोल की कीमतें आसमान छू रही हैं। जन अधिकार पार्टी द्वारा मांग की गई है कि नई कृषि नीति किसान विरोधी है और कालाबाजारी को बढ़ावा देने वाली है तथा कांट्रेक्ट खेती किसान को गुलाम बनाने वाली है। उन्होंने ऐसी कृषि नीति को तुरन्त रोकने, केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय संपत्ति को निजी क्षेत्रों की कंपनियों, उद्योगपतियों को कौड़ियों के दाम बेचा जा रहा है को रोके जाने, पेट्रोल-डीजल पर अधिरोपित टैक्स को कम करने, दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों की हत्या एवं उत्पीड़न को रोकने, सरकार द्वारा पिछड़ों का आरक्षण मेडिकल सहित सभी क्षेत्रों में शून्य कर दिया गया है। इसे तत्काल बहाल किए जाने व पिछड़े वर्ग में क्रीमी लेयर की व्यवस्था समाप्त करने, सामान्य वर्ग की तरह अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करने, नई शिक्षा नीति का विरोध करते हुए पूरे देश में शिक्षा का पाठ्यक्रम एक समान किए जाने और बेरोजगारों को रोजगार दिलाने, किसानों को खाद बीज एवं कीटनाशक दवाएं उचित मूल्य पर उपलब्ध कराने की व्यवस्था और सिंचाई निशुल्क देने, दुकानदारों, व्यापारियों किसानों के कर्ज एवं बिजली का बिल माफ किए जाने तथा किसानों के गन्ने का मूल्य का भुगतान तत्काल किए जाने की मांग की गई है। ज्ञापन देने वालों में एमएलसी प्रत्याशी थानसिंह राघव, जिला महासचिव संतोष कुशवाहा, अशोक कुमार कुशवाहा, लोकेश कुमार कुशवाहा, वीरपाल सिंह कुशवाहा आदि तमाम लोग शामिल थे।