Tuesday, November 19, 2024
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विपणन निरीक्षक पर बिचौलियों के माध्यम से धान खरीदने का आरोप

भाजपा विधायिका निर्मला संखवार ने कहा डीएम से वार्ता कर जांच कराई जाएगी, रसूलाबाद विपणन केंद्र पर जादुई तरीके से आज तक 24 हजार 893 कुन्तल धान खरीद
अनियमितताओं का आलम सरकारी बोरो की जगह किसानों के बोरो में ही खरीद जारी
सरकार किसानों से 20 रुपये कुन्तल पल्लेदारी की बात करती लेकिन यहाँ 30 रुपये कुन्तल वसूलने के साथ जनरेटर में डीझल के नाम से प्रति किसान 200 रुपये अलग से
विपणन निरीक्षक पर किसानों को धमकाने का आरोप, जिम्मेदार अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी से मुख मोड़ा किसान परेशान
मुख्यमंत्री व प्रमुख सचिव को भेजी शिकायत में अविलम्ब जांच कराकर कार्यवाही की मांग
रसूलाबाद/कानपुर देहात। रसूलाबाद में विपणन विभाग द्वारा खोले गए धान खरीद केंद्र पर व्यापक पैमाने पर किसानों से धान खरीद के नाम पर विचौलियों व दलालों के माध्यम से बाहरी क्षेत्र के लोगो की धान खरीदकर बहुत बड़ा धोखा किसानों के साथ किये जाने के आरोप लगाए गए है। आरोप यह भी कि जिम्मेदार अधिकारी भी अपनी जिम्मेदारियों का सही ढंग से निर्वहन न कर विपणन अधिकारी की करतूतों पर पर्दा डालकर जिले व शाशन में बैठे अधिकारियों को गुमराह कर रहे है। सबसे बड़ी आश्चर्य जनक बात धान खरीद के जो सरकारी आकंड़े उसमें अब तक लगभग इस केंद्र पर 20 अक्टूबर से 16 दिसम्बर तक 24 हजार 893 कुंतल धान खरीदी जा चुकी है। यह आंकड़े विपणन विभाग की धान खरीद वेव साइड पर देखे जा सकते है। जब कि किसानों का कहना है कि धान खरीद केंद्र पर प्रतिदिन मुश्किल से दो तीन सौ कुंतल धान ही खरीदने की केंद्र पर क्षमता है लेकिन सुबह सरकारी आंकड़ों में एक हजार कुन्तल प्रतिदिन की जादुई खरीद प्रदर्शित हो रही है।
किसानों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री व प्रमुख सचिव व जनपद के जिलाधिकारी को भेजी शिकायत में अविलम्ब गोदाम को सीज कराकर जांच कराने की मांग की है।
इस धान खरीद केंद्र पर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा जारी निर्देशो का खुलेआम उल्लंघन होते देखा जा सकता है यहाँ किसानों की धान खरीदने के लिए सरकारी बोरे तक नही है अभी तक खरीदी गई सम्पूर्ण धान किसानों के बोरो में ही खरीदी जा रही है जो गम्भीर अनियमितता की ओर इशारा है। किसानों के आरोप है कि शाशन द्वारा 20 रुपये प्रति कुन्तल पल्लेदारी निर्धारित की गई है लेकिन इस विपणन केंद्र पर विपणन अधिकारी की भ्रष्ट नीतियों के कारण किसानों से तीस रुपये से लेकर बत्तीस रुपये प्रति कुन्तल के हिसाब से पल्लेदारी के साथ जनरेटर में डीजल डलवाने के नाम पर दो सौ रुपये खुलेआम वसूले जा रहे है।
धान केंद्र पर धान बेचने वाले किसानों को धान तौल होने के बाद उनकी बिक्री रसीद देने में भी आनाकानी कर टरकाया जा रहा है। आरोप यह भी है कि टोकन न देकर किसानों को परेशान किया जाता है यह भी आरोप है यही कारण है जिस केंद्र पर दो या तीन सौ कुन्तल धान खरीद की क्षमता के बावजूद वहाँ प्रतिदिन एक हजार कुन्तल से ज्यादा धान कैसे खरीद हो जाती है साथ मे मक्का खरीद अतिरिक्त के आलावा कोटेदारों के खाद्यान्न उठान भी उन्ही पल्लेदारों द्वारा किया जाता है। ऐसे में इतनी मात्रा में धान खरीद अधिकारियों को भी चौका सकती है फिर भी अधिकारी अनजान बने हुए है जो गम्भीर बात है।
उक्त विपणन अधिकारी अपनी पोल खुलने से इतने घबड़ा गए है कि अब उन्होंने केंद्र पर जाने वाले किसानों की गेट पर एंट्री रजिस्टर में दर्ज कराकर दबाव बनाने का प्रयास शुरू कर दिया है यह भी पता चला है कि विपणन अधिकारी बात बात में किसानों को मुकदमा दर्ज कराकर जेल भिजवाने की धमकी भी देकर अपने को दरोगा की भूमिका में भी पेश कर रहे है। जो गम्भीर चिंता की बात है।
रसूलाबाद विधान सभा से जनप्रिय भाजपा विधायिका निर्मला संखवार से जब किसानों द्वारा लगाए गए आरोपो पर बातचीत की गई तो उनका कहना था कि शिकायते प्राप्त हुई है जिस पर जिलाधिकारी से वार्ता कर विपणन केंद्र पर व्याप्त अनियमिताओं की जांच कराकर शीघ्र कार्यवाही कराई जाएगी। उनका यह भी कहना था किसानों का उत्पीड़न कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा।
इस सम्बंध में विपणन अधिकारी से वार्ता करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने वार्ता करने से इनकार कर दिया।