कानपुर,जन सामना। नागरिक मंच के तत्वाधान में सद्भाव मौन धरना महात्मा गांधी प्रतिमा फूल बाग में किया गया जिसका उद्देश्य देश व नगर में सद्भाव की वातावरण बनाना और मौन धरने में सभी धर्म गुरु व राजनीतिक दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। यह पहला मौका है कि सभी धर्मगुरु व राजनीतिक दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया या पहला मौका है। कि धर्मगुरु व राजनीतिक दलों के नेता एक मंच पर आकर किसानों की भी चिंता की धरने में काफी संख्या में महिलाएं व पुरुष थे। कानपुर में गंगा नदी में आने वाली बाढ़ की जानकारी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा गया, कि किसानों की मदद कराने वास्ते जिला प्रशासन से अनुरोध किया जाएगा। और जो सहयोग होगा वह हम लोग सब लोग करेंगे। कामरेड सुभाषिनी अली पूर्व सांसद ने नगर में सद्भाव बनाए रखने व दिल्ली में किसानों की शहादत पर 2 मिनट मौन रख, जबकि समय.समय पर समाज में फूट डालने का प्रयास किया जाता रहा है। नगर के नागरिक चाहते हैं कि कानपुर में हार्मनी बनी रहे। जो लोग नगर में संप्रदायिकता कारना चाहते हैं| उनकी मंशा नहीं चलने दी जाएगी !गणेश शंकर विद्यार्थी, मौलाना हसरत मोहनी, लव.कुश की धरती, गुरु तेग बहादुर की तपोभूमि, पर सांप्रदायिक ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगाधरने में प्रमुख रूप से अमिताभ बाजपेई, हरमिंदर सिंह लॉर्ड, धनीराम बौद्ध, जितेन्द सिंह, मोहम्मद सुलेमान, मोहम्मद उस्मान, अरविंद राज स्वरूप, दीपक मालवीय, जगदंबा भाई, जय नारायण गुप्त, अशोक तिवारी, मदन भाटिया, नीलम तिवारी, मोहम्मद वशी, उमाकांत, आर पी कनौजिया आदि प्रमुख थे!