फिरोजाबाद,जन सामना। निराश्रित, बेसहारा गौवंश सहभागिता योजना के अन्तर्गत विकास खण्ड शिकोहाबाद के ग्राम नावली स्थित अस्थाई गौ-आश्रय स्थल पर जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी चर्चित गौड़ ने निराश्रित गौवंशों को संरक्षित करने के लिए जन सामान्य की सहभागिता बढ़ाने के लिए स्वंय अपने हाथों से गायों का तिलक कर एवं गुड़ खिलाकर उन्हे मुख्य पशु चिकितसाधिकारी द्वारा चिन्हित पात्र व्यक्तियों व्यक्तियों को सौंपा। उन्होने उपस्थित जन समूह को प्रेरित करते हुए कहा कि निराश्रित गौवंश का संरक्षण प्रदेश सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में से एक है। प्रदेश सरकार निराश्रित गौवंशों के सरक्षण व भरण-पोषण के लिए स्थाई, अस्थाई गौवंश आश्रय स्थल, गौ-संरक्षण केंद्र, पशु आश्रय गृह संचालित कर रही है, किंतु स्थाई व अस्थाई गौ आश्रय स्थलों में संरक्षित गौवंशों की अधिक संख्या होने से उनके रख-रखाव में असुविधा हो रही है तथा उनका स्वास्थ्य भी ठीक नही रह पा रहा है। उन्होने कहा कि बिना जन-जागरूकता एवं सामाजिक सहभागिता के बिना इस योजना में अपेक्षित प्रगति नही की ज सकती है, इस योजना का लाभ उठाकर किसान व पशुपालक आर्थिक रूप से स्वावलम्बी भी बना सकेंगे। जिलाधिकारी द्वारा गाय पालने की इच्छुक गलामयी निवासी सुधादेवी, सरिता देवी, ग्राम जेवड़ा निवासी संजय, ग्राम लाटूमई निवासी साधना देवी आदि से सीधा सम्वाद करते हुए कहा कि बिना जन सामान्य की सहभागिता के गौवंशों की समुचित देखभाल नही की जा सकती है। हमारे देश में गाय को पूज्यनीय माना गया है। आप अपने जानवरों के साथ-साथ गौशालाओं से ले जा रही गायों की भी उचित देखभाल करें। प्रदेश सरकार द्वारा दिए गए प्रतिमाह 900 रू0 प्रति पशु का अनुदान आपको समय से प्राप्त होता रहेगा। प्रत्येक व्यक्ति 4 गायें तक पाल सकता है। उनके स्वास्थ्य आदि की देखभाल के लिए सम्बन्धित विकास खण्ड के पशु चिकित्साधिकारी उत्तरदायी है।