पुल पुलियों के पुनर्निर्माण एवं जीर्णोद्धार कार्य के महा अभियान का मुख्यमंत्री ने की वर्चुअल शुभारंभ
मिशन मोड में समयबद्धता व गुणवत्ता के साथ कार्य पूर्ण कराए जाने के दिए निर्देश
कार्यों में समयबद्धता व गुणवत्ता का हर हाल में कराया जाएगा पालन: डीएम
जीर्णोद्धार से आवागमन होगा सुरक्षित एवं सुगम : राज्यमंत्री
कानपुर देहात। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जल शक्ति विभाग के अंतर्गत सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की प्रदेश में 25050 पुल पुलिया का जीर्णोद्धार एवं नव निर्माण कार्य का महाअभियान का शुभारंभ वर्चुअल कार्यक्रम के तहत किया। इस कार्यक्रम में जल शक्ति मंत्री डा0 महेंद्र सिंह एवं सिंचाई व जल संसाधन राज्य मंत्री बल देव सिंह औलख़ सिरकत किए।
जनपद के कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी में राज्य मंत्री अजीत पाल सिंह, अकबरपुर रनिया विधायक प्रतिभा शुक्ला, जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र, अकबरपुर रनिया विधायक के प्रतिनिधि बउआ पांडेय तथा अधिशासी अभियंता नहर ओ पी मौर्या उपस्थित रहते हुए, इस कार्यक्रम के सजीव प्रसारण से रूबरू हुए।
वर्चुअल शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी ने कहा इस महाअभियान के तहत कार्य परियोजनाओ को मिशन मोड में लेते हुए गुणवत्ता व समयबद्धता के साथ आगामी 100 दिनों में पूर्ण किए जाएं।
राज्यमंत्री अजीत पाल सिंह ने कहा कि प्रदेश में एक साथ इतने बड़े पैमाने पर पुल पुलियों के पुर्ननिर्माण एवं जीर्णोद्धार कार्य से आवागमन के लिए काफी सुविधा होगी। नहरों पर बने पुराने जीर्ण शीर्ण पुलो की मरम्मत एवं आवश्यकतानुसार नए पुलिया बनाए जाने से यह महाभियान जनसुविधाओ के दृष्टिगत काफी उपयोगी है।
सदर विधायक प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि नहरों पर पुल पुलियाओं का निर्माण एवं मरम्मत से आवागमन काफी सुरक्षित एवं सुगम होगा। जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने अधिशासी अभियंता नहर को निर्देश दिया कि इस महा अभियान के तहत जनपद में जो भी कार्य परियोजनाएं कराई जानी है उसे मिशन मोड में संचालित करते हुए गुणवत्ता व समयबद्धता के साथ पूर्ण कराएं। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियो से समय समय पर उसका निरीक्षण सुनिश्चित कराएं, जिससे कि कार्यों में गुणवत्ता व समयबद्धता का अनुश्रवण भी हो सके। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर गुणवत्ता मानक के विपरीत न हो इसका विशेष रूप से ध्यान रखेंगे।
अधिशासी अभियता नहर ओपी मौर्य ने बताया कि जनपद में कुल 530 पुनर्निर्माण व मरम्मत हेतु प्रस्तावित जिसकी लागत 434.22 लाख है जिसमें पुनर्निर्माण हेतु प्रस्तावित संख्या 22 जिसकी लागत 129.12 व मरम्मत हेतु प्रस्तावित संख्या 508 जिसकी अनुमानित लागत 305.10 लाख है।
इस मौके पर अन्य अधिकारी व कर्मचारी गण आदि उपस्थित रहे।