कानपुर नगर। मुख्य विकास अधिकारी, डा0 महेन्द्र कुमार ने बताया है कि कृषि निदेशक उत्तर प्रदेश के द्वारा प्राप्त कार्य योजना के अनुसार विकास खण्ड स्तरीय कृषि निवेश मेलों के आयोजन का निर्देश प्राप्त हुआ है। इन कृषि निवेश मेलों में किसानों को लाभकारी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने के साथ-साथ नवीन कृषि तकनीकी अपनाने हेतु सन्तुलित खाद, उन्न्त बीज एवं अन्य निवेशों के प्रयोग के सम्बन्ध में जागरूक किया जायेगा, जिससे कृषि उत्पादकता में वृद्धि होगी। इन मेलों के आयोजन हेतु उपसम्भागीय कृषि अधिकारी उत्तरदायी होंगे तथा उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी सहित कृषि विभाग के समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ मेलों का आयोजन सुनिश्चित करायेगें। खण्ड विकास अधिकारियों द्वारा भी इन कृषि निवेश मेलों में कृषकों की भागीदारी सुनिश्चित कराने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। इस एक दिवसीय मेला वर्ष 2020-21 का आयोजन विकास खण्डवार निम्नलिखित कार्यक्रम के अनुसार किया जायेगा जिसमें नामित अधिकारी शासन के निर्देशानुसार मेलों को सफल बनाने हेतु पूर्ण रूप से उत्तरदायी होगें।
उन्होंने बताया है कि कृषि विकास मेला के आयोजन हेतु नोडल अधिकारी नामित किये गये है। विकास खण्ड बिल्हौर, पतारा, चौबेपुर में दिनांक 17 मार्च, 2021 को विकास खण्ड परिसर में कृषि मेला आयोजन किया जायेगा। जिसके लिये क्रमशः बिल्हौर हेतु भूमि संरक्षण अधिकारी, पतारा हेतु जिला कृषि रक्षा अधिकारी तथा चौबेपुर के लिये जिला कृषि अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। दिनांक 18 मार्च, 2021 को विकास खण्ड शिवराजपुर, बिधनू, भीतरगांव, दिनांक 19 मार्च, 2021 को कल्याणपुर, ककवन तथा दिनांक 20 मार्च, 2021 को सरसौल व घाटमपुर में कृषि मेलों का आयोजन किया जायेगा।
उन्होंने बताया है कि कृषि निवेश मेलों में कृषि, सहकारिता, एग्रो, कृषि रक्षा, पशुपालन, उद्यान, वन, पंचायती राज, वैकल्पिक ऊर्जा, सिंवाई, नलकूप एवं विद्युत विभागों के अतिरिक्त निजी कम्पनियाँ भी अपना स्टाल लगायें एवं अपने से सम्बन्धित सामग्री/उपकरणों को कृषकों को प्रदर्शन एवं बिक्री हेतु उपलब्ध करायें जायेंगे। इस मेले में उन्नतशील बीज, कृषि यंत्र, कृषि रक्षा उपकरण आदि पर विभागीय योजना में देय अनुदान की सीमा तक निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप छूट अनुमन्य करायी जाये। विभिन्न संस्थाए निःशुल्क उपलब्ध कराये जाने वाले कृषि-निवेशों का वितरण भी इन्हीं मेलो में करेंगे, ताकि किसानों को अनुदान का सीधा लाभ इन मेलों के माध्यम से प्राप्त हो सके। इन मेलों मे कृषि निवेशों की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित की जाय। किसानों की आवश्यकतानुसार मानक गुणवत्ता के कृषि निवेश निश्चित अनुदान पर राजकीय/सहकारी/अर्द्धसहकारी सस्थाओं के माध्यम से उपलब्ध कराए जायें। इन मेलों में क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों, विधायक, सांसद, ब्लॉक प्रमुख एवं अन्य जन प्रतिनिधियों को अनिवार्य रूप से आमंत्रित किया जायेगा। उक्त के अतिरिक्त इन कृषि निवेश मेलों में जनपद के आत्मा समूह, एन0जी0ओ0 तथा कृषि से सम्बन्धित अन्य कम्पनियां भी अपने उत्पादों के स्टाल लगायेंगे। कृषि निवेश मेलों में सम्बन्धित विभागों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के अन्तर्गत कृषकों को उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं का प्रचार-प्रसार कराया जायेगा। कृषि निवेश मेलों में किसानों की शिकायतें प्राप्त की जायेगी तथा प्राप्त शिकायतों को सम्बन्धित विभाग के अधिकारी निराकरण करेंगे। कृषि विकास द्वारा चलाई जा रही आत्मा योजनान्तर्गत फार्म स्कूल के एचीवर कृषकों की सहभागिता सुनिश्चित की जाये। कृषि निवेश मेलों में प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा किया जायेगा। फसल अवशेष जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों एवं सड़ाने से होने वाले लाभों के विषय में विस्तृत व्याख्यान/वार्ता अनिवार्य रूप से आयोजित की जाये।