जलधारा हिंदी साहित्यिक संस्था की साझा बाल पुस्तक ‘फुहार’ का ऑनलाइन लोकार्पण
कोलकाता| देश की अग्रणी साहित्यिक संस्थाओं में से एक जलधारा हिंदी साहित्यिक संस्था(पंजीकृत) के द्वारा दिनांक २२ मार्च २०२१सोमवार को विश्व जल दिवस के उपलक्ष्य में जल संरक्षण,नदी हित,गंगा हित,प्रकृति,जल प्रदूषण रोकथाम एवं पर्यावरण हित से सम्बंधित विषयों के प्रति साहित्यिक सजगता व जागरूकता हेतु ऑनलाइन लघुकथा गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर में मुख्य अतिथि प्रसिद्ध लेखक पत्रकार व संपादक मुकेश तिवारी व विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार नेहा जोशी मराठे के करकमलों द्वारा संस्था की साझा बाल पुस्तक ‘फुहार’ का ऑनलाइन लोकार्पण किया गया। बाल हिंदी साहित्य के विकास उद्देश्य से संस्था ने फुहार पुस्तक में बाल कविता एवं बाल कहानियों के माध्यम से बच्चों में हिंदी भाषा के प्रति रोचकता बढ़ाने का प्रयास किया है। ‘फुहार’ पुस्तक ऑनलाइन अमेज़न में भी उपलब्ध है।
लघुकथा गोष्ठी में देश के विभिन्न राज्यों के रचनाकारों में मुकेश तिवारी,नेहा जोशी मराठे,शावर भकत (भवानी) सरला मेहता, अमिता मराठे उषा गुप्ता,ज्योति व्यास, रेनुका सिंह, कमल किशोर अग्रवाल, पुष्पलता सिंह, कुसुम जोशी,अभिलाषा विनय एवं बबिता कंसल द्वारा लघुकथा पाठ किया गया।कार्यक्रम संयोजन संस्था की मध्यप्रदेश इकाई की अध्यक्ष उषा गुप्ता ने किया। गोष्ठी का आरंभ सरस्वती वंदना के साथ वरिष्ठ कवयित्री सरला मेहता द्वारा किया गया।कार्यक्रम संचालन संस्था की मध्यप्रदेश इकाई की उपाध्यक्ष ज्योति व्यास ने किया। सभी रचनाकारों ने जल,जल संरक्षण,नदी संरक्षण,गंगा हित एवं प्रकृति से सम्बंधित बेहतरीन व सन्देशप्रेरक लघुकथा पाठ किया। संस्था की संस्थापिका एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष शावर भकत (भवानी) की अध्यक्षता में लघुकथा गोष्ठी संपन्न हुई। शावर भकत( भवानी) द्वारा युवाओं के संग महिलाओं को भी जल की महत्ता व जल की बर्बादी को रोजमर्रा की आदतों में सुधार लाकर सही मायने में जलहित के द्वारा देशहित की भावना को और सुदृढ़ करने की बात कही गई। संस्था की उत्तरप्रदेश इकाई की सचिव रेनुका सिंह द्वारा सभी रचनाकारों को सफल लघुकथा गोष्ठी एवं फुहार की सफलता हेतु शुभकामनाओं के संग धन्यवाद ज्ञापित किया गया।