फिरोजाबाद। शबे बरात एवं रोजा के त्याहार को लेकर उलमाओं की एक बैठक मेवा फरोशान मस्जिद में आयोजित की गई। जिसमें शहर के प्रमुख उलेमाओं ने सभी लोगों से शबे बरात, रोजा एवं होली के त्योहारों को आपसी भाईचारे से मनाने की अपील की।
मौलाना मोहम्मद शफी कासमी इमाम ईदगाह ने कहा कि 28 मार्च से शाबन के महीने की 14 तारीख। जिसमें रात को शबे बरात होती है। इस रात को अल्लाह की इबादत की जाएगी। उन्होंनेे कहा कि सभी जिम्मेदार और समझदार लोग अपने बच्चों को इस बात से रोके कि वह आतिशबाजी ना करें। इसमें पैसे की भी बर्बादी है। इसलिए सभी इस मुबारक रात में आतिशबाजी और पटाखे चलाने से पूरी तरह बचें। अपने घरों में नमाज पढ़कर ई साले सवाब पहुंचाएं। करबला कमेटी के अध्यक्ष व पूर्व महानगर अध्यक्ष सपा हिकमत उल्ला खान ने इस मौके पर कहा कि अभी हमारे देश से कोरोना की बीमारी खत्म नहीं हुई है। कोविड के नियमों का पालन करें, मास्क लगाये। बिना बजह बाहर ना घूमे। ज्यादा से ज्यादा वक्त इबादत में गुजारे और सुबह रोजा रखे। जमीयत उलमा ए हिन्द के जिला महासचिव मुफ्ती कासिम रजी ने कहा कि होली और शबे बरात एवं रोजे का त्योहार एक साथ है इसलिये हम सब अपने भाइयों से यही अपील करते है। अगर गलती से भी किसी भाई के ऊपर रंग गिर जाता है। तो बहस ना करें घर आकर रंग को साफ कर ले और कपड़े बदल कर घर में इबादत कर एकता का पैगाम दें। इस्लाम हमेशा से अमन पसंद है। इस दौरान मौलाना इलयास, मौलाना वसी मुकर्रम, हाफिज शाहिद, हाफिज शकील, मौलाना मुजीब, हाफिज मंजर हाफिज शाईक आदि मोलाना मौजूद रहें।