फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की संसदीय एवं सामाजिक सद्भाव समिति की लम्बित प्रकरणों एवं विचारणीय बिंदुओं की समीक्षा हेतु एक बैठक सभापति राकेश यादव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। इस दौरान समिति के सदस्यगण सदस्य विधान परिषद दिलीप सिंह, कल्लू यादव, अरविंद कुमार सिंह, शैलेंद्र कुमार सिंह, डा दिलीप यादव ने सभापति के समक्ष विभिन्न मुद्दे रखे।
सभापति राकेश यादव ने बैठक के दौरान आबकारी, राजस्व, पर्यावरण, परिवहन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, गृह, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार, श्रम आदि विभागों के लंबित प्रकरणों की बिंदुवार गहन समीक्षा कर सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी अधिकारी अपने दायित्वों के प्रति सजग रहें। किसी भी पीड़ित को न्याय दिलाने हेतु प्रतिबद्ध रहें। आबकारी विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि कच्ची एवं अवैध शराब की बिक्री एवं निर्माण पर पूर्ण अंकुश लगाया जाए, जहरीली शराब का निर्माण करने वालों की सम्पत्ति कुर्क कर कठोरतम कार्यवाही की जाए। श्रम विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि बाल श्रम एक अभिशाप है, बालकों को खतरनाक उद्योगों में किसी भी प्रकार से सेवायोजित नहीं किया जा सकता है। उन्होने कहा कि जिलाधिकारी स्वयं समिति बनाकर बाल श्रम को रोके जाने हेतु कड़ी कार्यवाही करें। उन्होंने समाज कल्याण विभाग द्वारा अनुसूचित जाति के उत्पीड़ित व्यक्तियों को दिए गए अनुदान आदि के बारे में भी जानकारी प्राप्त की तथा उससे वह संतुष्ट भी नजर आए। जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय पांडे ने सभापति एवं समिति के सदस्यगणों को अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित करते हुए आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी चर्चित गौड़, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव, एसपी सिटी मुकेश चंद्र मिश्र, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नीता कुलश्रेष्ठ, उपजिलाधिकारी सदर राजेश वर्मा, उप जिलाधिकारी जसराना कुमार चंद्र जवालिया, बेसिक शिक्षा अधिकारी अरविंद पाठक, जिला कार्यक्रम अधिकारी आभा सिंह, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी ए0के0 दीक्षित सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहें।