कोलकाता। जलधारा हिंदी साहित्यिक संस्था (पंजीकृत) द्वारा संस्था के द्वितीय वार्षिकोत्सव से पूर्व एवं होली के आगमन पर दिनांक २७ मार्च २०२१शनिवार ऑनलाइन काव्य गोष्ठी आयोजित की गई। जलधारा हिंदी साहित्यिक संस्था के पश्चिम बंगाल इकाई के प्रांतीय मुख्य सलाहकार डॉ गिरिधर राय की अध्यक्षता में संपन्न हुए। इस कार्यक्रम का संयोजन व संचालन कवयित्री रीमा पांडेय ने किया। कार्यक्रम की शुरूआत संस्था की संस्थापिका व राष्ट्रीय अध्यक्ष शावर भकत ‘भवानी’ की सरस्वती वंदना ‘मात्र मानुष’ का हमें पहचान दो माँ शारदे से हुई। काव्य गोष्ठी में सम्मिलित रचनाकारों डॉ गिरिधर राय,शावर भकत ‘भवानी’ सुषमा राय पटेल,रीमा पांडेय, राम पुकार सिंह,रामाकांत सिन्हा, शिव शंकर सिंह (सुमित) पुष्पा मिश्रा, सुदामी यादव, आलोक चौधरी,विजय शर्मा( विद्रोही) एवं देवेश मिश्रा द्वारा होली,जल,प्रकृति,राष्ट्रीय एवं सामाजिक विषयों से सम्बंधित रचनाओं का बेहतरीन काव्य पाठ किया गया। सफल कार्यक्रम के उपरांत रीमा पांडेय ने धन्यवाद ज्ञापन किया। जलधारा हिंदी साहित्यिक संस्था की संस्थापिका व राष्ट्रीय अध्यक्ष शावर भकत ‘भवानी’ ने एक शानदार व सफल कार्यक्रम हेतु बधाई देते हुए समस्त देशवासियों को होली की शुभकामनाओं के साथ जल की बचत करते हुए रंगों की जगह प्राकृतिक पदार्थों से निर्मित्त गुलाल का उपयोग करते हुए होली मनाने का अनुरोध किया।