कानपुर देहात। सामुदायिक एवं महिला व बाल मैत्रिक शौचालय का गुणवत्तपूर्ण निर्माण व रख रखाव निबन्धन की कार्यशाला का आयोजन जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में व मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय के निर्देशन में विकास भवन सभागार कक्ष में आयोजित किया गया। कार्यशाला की बैठक को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने इस बात पर बल दिया कि कितने शौचालयों की आवश्यकता है और मौजूदा समय में कितने शौचालय विद्यमान है, सर्वप्रथम इसकी पहचान की जाये। साथ ही शौचालय स्थापित करने के लिए आधार भूत ढाॅचे का निर्माण किया जाय। इसके साथ ही सही संस्था का चुनाव इसके संचालन के लिए हो। साथ ही लोगों को प्रेरित किया जाय कि वे शौचालयों का इस्तेमाल करे, खुले में शौच से बचे। अधिकारी इस बात पर सदैव निरीक्षण करें कि इसका इस्तेमाल सही तरीके से हो रहा है या नही। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी ने जिलाधिकारी को धन्यवाद देते हुए कहा कि आज की एक बड़ी आवश्यकता है कि हम लोगों के व्यवहार में बदलाव करे ताकि लोग सामुदायिक शौचालय का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। हमे अपने जनपद को ओडीएफ से ओडीएफ प्लस बनाना है ताकि हमारा जिला एक आदर्श जिला बन सके, आगे उन्होंने कहा कि गांव में ‘‘डब्लूएसपी‘‘ जैसी संस्थाओं को बढ़ाने पर भी जोर दिया जाये ताकि गांव में स्वच्छता के कार्यो को भली प्रकार से संचालित किया जा सके और प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन के सपने को पूरा किया जा सके। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के सामुदायिक स्वच्छता मिशन के क्वाडिनेटर अखिलेश गौतम ने बताया कि हर ग्राम पंचायत गांव में एक सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया जाये। जिससे सबसे बड़ा फायदा महिलाओं को पहुंचेगा। महिलायें न केवल इससे सुरक्षित होगी अपितु स्वच्छता सम्बन्धी समस्यायें भी उनके समक्ष न रह जायेंगी। उन्होंने इस मौके पर कहा कि सामुदायिक शौचालयों को लोकप्रिय बनाने के लिए इसका संचालन में कुछ ऐसी व्यवस्थायें की जाये ताकि इनके प्रति लोग ज्यादा से ज्यादा आकर्षित हो सके। कुल मिलाकर एक बार व्यवहार में आने के बाद सामुदायिक शौचालय लोगों की अनिर्वायता या जरूरत बन जायेंगे। इस मौके पर डीडीओ, पीडी, जिला सूचना अधिकारी, डीपीआरओ, एमएए, डीसी मनरेगा, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, एडीओ पंचायत आदि अधिकारीगण व कर्मचारी उपस्थित रहे।