हाथरस। विप्र शिरोमणि भगवान परशुराम की 44 वीं भव्य एवं ऐतिहासिक शोभायात्रा ब्राह्मण महासभा के तत्वावधान में कल देर शाम आगरा रोड स्थित चित्रकूट व्यायामशाला से भारी धूमधाम के साथ निकाली गई। शोभायात्रा में शामिल झांकियां जहां सभी के मन को मोह रही थीं। वहीं विप्र बंधुओं की उमड़ी भीड़ से शोभायात्रा ऐतिहासिक रूप से सफलतम रही और देर रात्रि को शोभायात्रा का समापन कामरेड भगवानदास मार्ग, मुरसान गेट स्थित मां बाराही देवी के मंदिर पर हुआ और भगवान परशुराम के रथ आगमन को लेकर पूरे रोड को रंगीन लाइटों से सजवाया गया था और शोभायात्रा के समापन पर भारी आतिशबाजी भी की गई।
विप्र शिरोमणि भगवान परशुराम की विशाल व ऐतिहासिक शोभायात्रा श्री ब्राह्मण महासभा के तत्वावधान में आगरा रोड स्थित चित्रकूट व्यायामशाला से भारी धूमधाम के साथ निकाली गई। शोभायात्रा का शुभारंभ सादाबाद विधायक एवं पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय, पूर्व सांसद एवं जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा उपाध्याय, पूर्व ब्लाक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय, भाजपा नेता चिराग वीर उपाध्याय द्वारा संयुक्त रूप से भगवान परशुराम की पूजा अर्चना कर और आरती उतारकर एवं फीता काटकर किया गया।
इस दौरान ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता रविरंजन द्विवेदी एडवोकेट, शोभायात्रा के संयोजक राजेश शर्मा ब्राह्मण शिविर संयोजक विशाल सारस्वत द्वारा सभी अतिथियों का फूल मालाओं से लादकर, दुपट्टा उड़ा कर व पगड़ी बांधकर तथा भगवान परशुराम का फरसा भेंट कर स्वागत व सम्मानित किया गया। इस दौरान विप्र बंधुओं द्वारा भगवान परशुराम के जयघोष किए जाने से पूरा माहौल भगवान परशुराम मय बन गया और काफी देर तक जयघोष होते रहे। भव्य शोभायात्रा आगरा रोड से शुरू होकर शहर के सादाबाद गेट, चूना वाला डंडा, बुर्ज वाला कुआं, रूई की मंडी, गुडि़हाई बाजार, घंटाघर, रामलीला मैदान, सासनी गेट, चावड़ गेट, नयागंज, पत्थर बाजार, बांस मंडी आदि होता हुआ देर रात्रि को कामरेड भगवानदास मार्ग, मुरसान गेट स्थित मां बाराही देवी मंदिर पर पहुंचीए।जहां पर शोभायात्रा का विधिवत समापन किया गया। शोभायात्रा में सबसे आगे भगवान गणेश की झांकी चल रही थी। जबकि उनके बाद मां दुर्गा व काली मां के स्वरूप सभी के आकर्षण का केंद्र बने हुए थे तथा शोभायात्रा में पंजाब बैंड, राया की नफीरी, महाराष्ट्र के ढोल व बैंडों ने भक्ति संगीत की धुन पर श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। शोभायात्रा में शामिल काली प्रदर्शन भी भारी आकर्षण का केंद्र रहा। शोभायात्रा का पूरे शहर भर में दर्जनों स्थानों पर समाज के लोगों व विप्र बंधुओं द्वारा पुष्प वर्षा कर एवं आरती उतारकर स्वागत एवं सम्मान किया गया। शोभायात्रा के अन्त में फूलों व रंगीन लाइटों से सजे भगवान परशुराम जी का रथ चल रहा था।