फिरोजाबाद। चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की देवी भक्तों ने विधि-विधान से पूजा अर्चना की। सुबह से ही महिला-पुरूष के अलावा बच्चों की भीड़ मंदिरों पर लगना शुरू हो गई। हर कोई मां के दर्शन करने को कतार में खड़ा दिखाई दिया। इस दौरान कुछ श्रद्धालुओं ने घरों में ही मातारानी की पूजा अर्चना की। वहीं थर्मल स्क्रैनिंग कर भक्तों को अंदर प्रवेश दिया गया। रामलीला प्रांगण स्थित माॅ कैला देवी मंदिर, कोटला रोड स्थित पथवारी माता मंदिर एवं शहर से आठ किलोमीटर दूर स्थित वैष्णो देवी धाम मंदिर में सुबह से ही भक्तों को तांता लगा रहा। मंदिर प्रशासन द्वारा कोविड-19 के चलते भक्तों को मुख्य द्वार पर थर्मस स्क्रीनिंग के बाद ही अंदर प्रवेश दिया गया। साथ ही भक्तों से मास्क एवं दो गज की दूरी पर खड़े रहने की बात कही। माता भक्तों ने माता रानी के दर्शन कर कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की। वहीं बताते चले कि प्राचीन मान्यताओं के अनुसार माता ब्रह्मचारिणी पर्वतराज हिमालय की पुत्री हैं। देव ऋर्षी नारद जी के कहने पर उन्होंने भगवान शंकर को अपने पति के रूप में पाने के लिए तपस्या की। इन्हें ब्रह्मा जी ने मन चाहा वरदान भी दिया। इसी वजह से इनका नाम ब्रह्मचारिणी पड़ गया। माता की इस रूप की पूजा करने से मन स्थिर रहता है और इच्छाएं पूरी होती हैं। मां की पूजा कर मां के भक्तों ने प्रसाद वितरित किया।