जिलाधिकारी ने गौशालाओं हेतु भूसा संग्रह के लापरवाही पर पशु चिकित्साधिकारी को लगाई फटकार
कानपुर देहात। जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कोविड .19 के प्रकोप से जनपद के निवासियों को राहत दिलाने के लिए प्रतिदिन की भांति टीम 9 की समीक्षा बैठक कलेक्टेªट सभागार में आयोजित की गयी। बैठक में जनपद में कोरोना की स्थितियों की समीक्षा की गई। साथ ही उन सभी बिन्दुओं को प्रमुखता के साथ उठाया गयाए जहां पर लापरवाही हो रही है और साथ ही यह भी कहा गया कि उन स्थानों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। जहां पर कोविड प्रबन्धन को लेकर कमियां दिखायी दे रही है। समीक्षा में पाया गया कि जिले में कुल 3393 सैम्पलिंग हुई। जिसमें 5 कोरोना पाॅजिटिव पाये गये और पाजिटिविटि रेट .1 प्रतिशत रही। इस तरह जिले में कुल इस समय 86 एक्टिव केस बचे है। जिसमें होम आइसोलेशन में 64 मरीज, एल.1 में एक मरीज, एल.2 में 6 मरीज, प्राइवेट में कुल 4 मरीज है और बाकी जनपद के बाहर निवास कर रहे है। 60 आरआरटी की टीमें लगातार सक्रिय है। टेलीकन्सेन्टेशन के लिए तीन डाॅक्टर लगे हुए है। डा0 महेन्द्र जतारया ने बताया कि जनपद में वैक्सीनेशन का कार्य निरंतर प्रगति पर है। लेकिन जिलाधिकारी ने कहा कि वैक्सीनेशन को और बढ़ाये जाने की जरूरत है। डा0 जतारया हर व्यक्ति को जिम्मेदारी सौंपे और टीकाकारण को बढ़ाये। इस समय जनपद में कुल 55 एम्बुलेंस है। और 922 निगरानी समितियां एक्टिव है। जिलाधिकारी ने कहा कि डीपीआरओ और डीडीओ इस बात की जांच कर ले कि सभी निगरानी समिति के सदस्यों के पास कोविड जांच से सम्बन्धित उपकरण है की नही। जबकि एडीएम प्रशासन पंकज वर्मा ने बताया कि इस समय जिले में 83 कन्टेन्टमेन्ट जोन है। जिसमें सबसे ज्यादा अकबरपुर में है। जिलाधिकारी ने टीम.5 की समीक्षा करते हुए पशु चिकित्सा अधिकारी डा0 लवानिया को इस बात पर फटकार लगायी कि भूसा संग्रह में वे सक्रियता नही दिखा रहे है। एडीएम वित्त एवं राजस्व साहब लाल ने बताया कि इस समय जनपद में कुल 1605 प्रवासी विद्यमान है। जिसमें 1447 का फीडिंग हो गयी है। गेंहू क्रय केन्द्रों में जिलाधिकारी के निर्देशानुसार किसानों का भुगतान शीघ्रता से कराया जा रहा है।
इस मौके पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व साहब लाल, अपर जिलाधिकारी प्रशासन पंकज वर्मा, डीडीओ गोरखनाथ भट्ट, अपर पुलिस अधीक्षक घनश्याम चैारसिया, सीएमओ डा0 राजेश कटियार, जिला सूचना अधिकारी नरेन्द्र मोहन आदि अधिकारीगण व चिकित्सक उपस्थित रहे।