पलिया सरकारी अस्पताल कि घोर लापरवाही से वृद्धा की तड़प-तड़प कर मौत
लखीमपुर खीरी। एक तरफ शासन-प्रशासन जहां इलाज के लिए तमाम दावे करता नजर आ रहा है लेकिन पलिया के सरकारी अस्पताल पर यह कोई नियम या कानून लागू नहीं होते। जिससे आज एक वृद्धा ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया मिली जानकारी के अनुसार कोठिया त्रिलोकपुर निवासी दिलीप राणा अपनी दादी को सांस लेने में दिक्कत होने पर अस्पताल में भर्ती कराया था जहां पलिया अस्पताल प्रशासन ने व्यवस्था ना होने की बात करते हुए सीधे जिला अस्पताल रेफर किया जहां एंबुलेंस में पर्याप्त सुविधाएं व ऑक्सीजन उपलब्ध ना होने के कारण वृद्धा की हालत और बिगड़ गई इस बात की जानकारी जब पलिया के समाजसेवी रवि गुप्ता को लगी तो उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से वार्ता करके पूरी बात बताई जिसके बाद रास्ते में आनन-फानन में एंबुलेंस में सुविधाएं मुहैया कराई गई। जबकि स्वास्थ्य विभाग हर एंबुलेंस में ऑक्सीजन और कई जीवन रक्षक सेवाएं होने का दावा करता रहता है दिलीप राणा के अनुसार एंबुलेंस और इलाज मिलने में देरी के कारण उनकी दादी की मौत हुई है। जिसका जिम्मेदार पलिया सरकारी अस्पताल प्रशासन है। और मैं रवी गुप्ता जी का बहुत आभारी हूं जिन्होंने मेरी हर संभव मदद दादी की जान बचाने के लिए पूरा प्रयास किया और जल्द से जल्द आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने में सहायता दी आज मैं अपनी दादी को भले नहीं बचा पाया लेकिन इतना जरूर पता चल गया कि पलिया में समाजसेवी रवि गुप्ता को किसी भी प्रकार की समस्या बताने पर तुरंत सहयोग व मदद मिलती है।