डीएम ने अफसरों संग गलियों का लिया जायजा, परौख को हर योजना से आच्छादित कर माडल गांव बनाने का तैयार हुआ खाका
जिलाधिकारी ने कोरोना टीकाकरण के मामले में ग्राम प्रधान को गांव में शत.प्रतिशत टीकाकरण कराने की सौंपी जिम्मेदारी
कानपुर देहात। डेरापुर तहसील के ग्राम परौंख में जो महामहिम राष्ट्रपति का पैतृक गांव है। वहां पर महामहिम राष्ट्रपति के सम्भावित दौरे को लेकर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में सजी चैापाल साथ ही उन्होंने गांव में हो रहे विकास कार्यों का भ्रमण कर निरीक्षण किया। दरअसल महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ गोविंद का 22 जून को संभावित दौरा है। इस मामले में जिलाधिकारी ने उच्च प्राथमिक विद्यालय परौख में चैापाल सजा कर विभागवार, अब तक कराए गए कार्यों एवं बाकी शेष प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा की। इस समीक्षा में उन्होंने गांव के प्रधान को भी सम्मलित किया। ताकि वास्तविकताओं से परिचित हुआ जा सके, सर्वप्रथम लोक निर्माण विभाग की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने एक्सीयन पीडब्लूडी प्रकाश चन्द्र को निर्देशित करते हुए कहा कि सम्पूर्ण मार्गो का निर्माण मानक के अनुसार हो। खासकर परौंख में प्रवेश द्वार भव्य बनाया जाये। उन्होंने इस बात पर नाराजगी जाहिर कि गांव में बड़ी मात्रा में जर्जर तार लटके हुए है। जिससे विद्युत आपूर्ति तो बाधित हो ही रही है साथ ही दुर्घटना की संभावना भी बनी हुई है। उन्होंने विद्युत विभाग को निर्देशित किया कि शीघ्र अतिशीघ्र जर्जर तारों को ठीक कराया जाये। परौंख गावं को 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति उपलब्ध करायी जाये, साथ ही उन्होंने कहा कि महामहिम के गांव को एलटी लाइट से पर पूरित किया जाये। जल निगम की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने पाया कि यहां पर केवल 20 प्रतिशत लोगों के घरों को पानी मिल पाता हैए 80 प्रतिशत लोगों के घरों को पानी उपलब्ध नही है। उन्होंने अधिशाषी अभियंता जल निगम को निर्देशित किया कि 100 प्रतिशत पानी सभी घरों में पहुंचे। इस बात को सुनिश्चित कर ले, साथ ही उन्होंने कहा कि यहां पर बनी हुई टंकियों का सौन्दरीकरण हो। बेसिक शिक्षा की समीक्षा करते हुए जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को निर्देशित किया कि नारायण पुरवा में बना हुआ विद्यालय जो जर्जर है। उसे शीघ्र ठीक कराया जाये और यह बेहद शर्मनाक स्थिति है कि महामहिम का गांव होते हुए भी यहां पर विद्यालयों की स्थिति खराब है। गांव के प्रधान के इस शिकायत पर कि धौलपुरवा में बने विद्यालय का एरिया अत्यन्त सीमित है। इस बात की भी जांच कराने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिये। जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि गांव वासियों को आप से जो शिकायते है, उसे दूर करे। खासकर गांववासी जिलाधिकारी से इस बात की शिकायत करते हुए दिखे कि यहां पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री आती नही है साथ ही ड्राई राशन के वितरण में भी अनेकों गड़बड़ियां मौजूद है। जिलाधिकारी ने इन व्यवस्थाओं को दुरस्त करने के निर्देश दिये, यहां पर एमओआईसी ने इस बात की जानकारी दी कि 984 व्यक्तियों में से 330 व्यक्तियों का ठीकाकरण हुआ है। जिलाधिकारी ने कहा कि यहां पर शत प्रतिशत ठीकाकरण होना चाहिए। जिससे यह गांव पूरे भारत में अपनी एक मिशाल पेश कर सकेए साथ ही उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ लेने के लिए सभी व्यक्तियों का गोल्डन कार्ड बनाया जाये। एक्सीयन ट्यूबेल को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि चार ट्यूबेलों का जो निर्माण यहां किया गया है। उसकी मरम्मत, देखभाल, भली प्रकार होती रहे, साथ ही उन्होंने कहा कि इस गांव का आर्थिक रजिस्टर व पारिवारिक रजिस्टर व्यवस्थित होना चाहिए। एसडीएम और बीडीओ इस बात को पूरी तरह से सुनिश्चित कर ले कि यहां पर जो भी कमियां है उनका निवारण शीघ्र कर लिया जाये, साथ ही यहां की प्रगति की रिपोर्ट प्रतिदिन उपलब्ध करायी जायेए उन्होंने साधन सहकारी समिति के बाहर विभिन्न योजनाओं को अंकित कराने की बात कही। साथ ही यहां पर पूरी तरीके से साफ सफाई की व्यवस्था हो इस बात को भी अधिकारी सुनिश्चित कर ले। परौख गांव की जर्जर गलियों के निर्माण, तालाबों का सौन्दरीकरण, मार्गो का चैाड़ीकरण, एतिहासिक धरोहरों का रख रखाव और गांव की महत्वा को देखते हुए मार्गो पर व्याप्त गन्दगी को साफ करने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिये। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है। यह गांव हमारे राष्ट्रपति से सम्बन्धित है, इस लिए जरूरी है कि हम यहां की व्यवस्थाओं को ऐसा बनाये जो अन्य गांव के लिए उदाहरण बन सके। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चैाधरी, मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पांडेय, अपर जिलाधिकारी प्रशासन पंकज वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक घनश्याम चैारसिया, जिला विकास अधिकारी गोरखनाथ भट्ट, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट साक्षी शर्मा, जिला सूचना अधिकारी नरेंद्र मोहन, उप जिलाधिकारी ऋषि कांत राजवंशी सहित कई विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।