नौगढ़,चन्दौली। ग्राम्या संस्थान, ऑक्सफैम इंडिया एवं सहयोग संस्थान लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में कोविड व मरीजों के अधिकार पर15 जून से25 जून तक 10 दिवसीय जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई। जिसमें आज कर्माबाध गांव में बैठक व रैली किया गया। बैठक के दौरान कोविड के लक्षण एवं इससे बचाव के बारे में लोगों को जागरूक किया गया। इस दौरान संस्थान की रिंकू ने बताया कि कोरोना वायरस की नई लहर भारत में न केवल कुछ व्यक्ति बल्कि पूरे परिवार और सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर रही है। हमारे बहुत सारे साथी परिवार रिश्तेदार व अन्य लोग विभिन्न शहरों व गांवों में इस नई कोविड लहर और इस वेरिएंट से जूझ रहे हैं। इससे बचने के लिए सरकार द्वारा जारी कोविड की सभी गाइडलाइन का पालन हमें करना होगा। सही नाप और फिटिंग का मास्क पहने और शारीरिक दूरी बनाए रखें।इसके साथ ही टीकाकरण कराने पर भी लोगों को जागरूक किया गया। रामविलास सिंह ने कहा कि इस वायरस से बचने एवं लड़ने के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है। यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि जिन देशों में ज्यादा लोगों का टीकाकरण हुआ है। वहां पर लोग कोविड वायरस से कम प्रभावित हो रहे हैं। टीका इसलिए जरूरी है कि यह हमें संक्रमण से बचाता है। वैक्सीन किसी बीमारी का इलाज नहीं है, लेकिन यह शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बनाती है और रोग से लड़ने की क्षमता को बढ़ाती है। इसके बारे में तमाम प्रकार की भ्रांतियां और अफवाहें भी हैं। जिसके चक्कर में हमें नहीं पढ़ना है निडर होकर टीकाकरण कराना है। इस दौरान लक्षमीना, सुशीला,सुमित्रा, कलावती, डंगरी, सुषमा आदि लोग उपस्थित रही बैठक कक संचालन त्रिभुवन में किया।