कानपुर| राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के कानपुर आगमन पर यातायात रोकेजाने से लगे जाम में फंसी कार में सवार बीमार महिला उद्यमी वंदना मिश्रा की अस्पताल ले जाते वक्त हुई मौत के मामले राष्ट्रपति ने शोक व्यक्त किया वही पुलिस आयुक्त ने भी माफी मांगी है। पुलिस कमिश्नर ने ट्विटर के माघ्यम से इस घटना के लिए माफी मांगी साथ ही मातहतों के साथ महिला उद्यमी के घर पहुंचकर परिजनो से बातचीत कर ढांढस बंधाया साथ ही शोक संवदेना व्यक्त की।
बीमार महिला उद्यमी को ले जा रहे थे अस्पताल
किदवई नगर निवासी महिला उद्यमी वंदना मिश्रा पिछले कई दिनों से बीमार थीं। कोरोना संक्रमित होने के बाद रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी उनकी सेहत लगातार गिरती जा रही थी। उनकी तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद उल्टियां शुरू हो गईं। जिसके बाद पति शरद मिश्रा उन्हे अपनी निजी कार मे लेकर सर्वोदय नगर स्थित रीजेंसी अस्पताल ले गए। डॉक्टर को दिखाने के बाद वह घर वापस आ गई थीं लेकिन शुक्रवार की शाम को अचानक तबीयत फिर से खराब हो गई। घर वाले उन्हें कार से दोबारा रीजेंसी अस्पताल लेकर जा रहे थे। तभी गोविंदपुरी पुल पर उनकी कार जाम में फंस गई। जिससे उनकी हालत और बिगडने लगी।
परिजनो का आरोप पुलिस अगर रास्ता देती तो बच सकती थी जान
परिजनो का आरोप है कि पुलिस कर्मियों को बीमारी के बारे में बताया गया था। लेकिन उन्होने राष्ट्रपति के आगमन का हवाला देते हुए रोक दिया। काफी देर बाद जाम खुलने पर अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने वंदना को मृत घोषित कर दिया।राष्ट्रपति ने व्यक्त किया दुख इस घटना की जानकारी सुबह समाचार पत्र के माध्यम से सर्किट हाउस में ठहरीं राष्ट्रपति की पत्नी को हुई तो उन्हें काफी दुख हुआ। उन्होंने घटना की चर्चा राष्ट्रपति से भी की तो उन्होने ने भी घटना पर दुख जाहिर किया। और तत्काल कानपुर जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर को घटना पर शोकाकुल परिवार से मिलकर ढांढस बंधाने के निर्देश दिए। इस पर जिलाधिकारी आलोक तिवारी ने दिवंगत वंदना मिश्र के पति शरद मिश्र तक राष्ट्रपति का शोक संदेश पहुंचाया और कहा कि इसकी क्षतिपूर्ति तो नहीं हो सकती है लेकिन हमारी कोशिश होगी कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।